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________________ विरक्तिके निमित्त कालुगणीके व्यक्तित्वका महान् आकर्षण आपकी ससार विरक्तिका सबसे प्रमुख निमित्त बना। आपकी जन्मभूमि तेरापन्थका एक केन्द्र है। विशेषतः आप जिस पट्टीमे रहते, वह धर्म-पट्टीके नामसे प्रसिद्ध है। जन्मगत धार्मिक वातावरण, माताकी दृढ़ धर्म-श्रद्धा और साधु-साध्वियोंका बहु सम्पर्क, ये सभी बात उसका पल्लवन करनेवाली है। चम्पालालजी स्वामी की सत्प्रेरणाएं भी अपना स्थान रखती है। सबसे बड़ी बात संस्कारिता है। ___ हमे यह मानना पड़ता है कि व्यक्तिके संस्कार ही साधन सामग्री पा उद्बुद्ध होते है और उसी दशामे व्यक्तिके कार्य-क्षेत्र का चुनाव होता है।
SR No.010846
Book TitleAcharya Shree Tulsi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNathmalmuni
PublisherAdarsh Sahitya Sangh
Publication Year
Total Pages215
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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