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________________ " ऋजुसूत्र (नय) ५३, ८५, ८८ ऋषभदेव २६, २८ एकगुणकालक ११८ एकत्व-पृथक्त्ववाद ९३ एकान्त अक्षणिकत्ववाद ९४ एकान्त क्षणिकत्ववाद ९४ एकोप्रयोगवाद ११ एवभूत (नय) ८५, ८९ ॐकारनगर २६ कडिका ८२ क्यारिकाकुङ्ग ३२ कणाद ५१, १०९, ११२, दर्शन ५१ कथावली १६, २५, ३३ पाटि, ४८ कनिष्क १०१ कपिल १०३, १०६ कमलशील ६७ कर्दमराज ७२ कारणसमवायवाद ९४ कारणैकान्तवाद ४५ कार्यकारण ४९, ४५, का भेदाभेद B वाद ९३ काल आदि पाँच कारणवाद ९३ कालतत्र कवि ६ पाटि, ७ पाटि कालिदास ७, ३२, ३३, ६५, ६६, १०४, १०५, १०७, १०८ पा टि काव्यप्रकाश ७१ काव्यालकार ६८ काशीतीर्थ ३३ कीय १४ पा टि कुंडग्राम ३१ पाटि कुडुम्बेश्वर महादेव ३१ पाटि कुडगेश्वर २२, २५, २८, ३१, ३२ पाटि कुन्दकुन्द ३९-४२, ५७, १०२, ११९, १२० कर्मार-गाँव १९, ३१, नगर २७ कल्पनापोढ कुमारसम्भव ६५, १०४पा टि १०५ कल्पसूत्र २९ पाटि, स्थविरावली कुमारिल ११५, ११६ १३ $ कुमुदचन्द्र १८, २८, ३४, ३६, ३८, ३९ २९ कल्याणमन्दिर २३, ३४-३८, १०३ - केवलज्ञान ९२ केवलदर्शन ९२ १०५ कल्याणविजयजी ६, ३० पाटि, केवलाद्वैत ८६ १२०, १२३ कसायपाहुड ५८ काण्ड ८१, ८२ कापिलदर्शन ४६, वलम्बी ५१ कामरु देश १९ कारणता -स्वरूपयोग १२२, -सामग्री पर्याप्तफलोपधायक १२२ केवलि+वलाहार ९३ केवलोपयोग ५३ क्रमवाद ५४, ५५, ५७, ९२, १२० -द्रव्यास्तिकनया-क्रमोपयोगवाद ११ 1 काउज़, शार्लोट, डॉ ६ पाटि, ७ पाटि, ३१ पा टि क्रिया १२२ क्लाट ७
SR No.010844
Book TitleSanmati Prakaran
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSukhlal Sanghavi, Bechardas Doshi, Shantilal M Jain
PublisherGyanodaya Trust
Publication Year1963
Total Pages281
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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