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________________ संस्कृत-साहित्य का इतिहास अध्याय १ उपक्रमणिका (१) संस्कृत-साहित्य का महत्त्व निस्सन्देह संस्कृत-साहित्य का महत्व बहुत बड़ा है। इसकी बड़ी उन, एक बहुत बड़े भूखण्ड पर इसका फैला हुआ होना, इसका परिभाण, इसकी अर्थसम्पत्ति, इसकी रचना-चारुता, संस्कृति के इतिहास की दृष्टि से इसका मूल्य ऐसी बातें है जिनके कारण इस महान् , मौलिक और पुरातन साहित्य के ऊपर हमारा अनुराग बिलकुल उचित सिद्ध होता है । कुछ बातें और भी हैं, जिनके कारण संस्कृत साहित्य के अध्ययन में हमारी अभिरुचि और भी बढ़ जाती है। उनमें से कुछ विशेष नीचे दी जाती हैं-- १. देखिए विंटरनिटज कत भारतीय साहित्य का इतिहास (इंगलिश) प्रथम भा
SR No.010839
Book TitleSanskrit Sahitya ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHansraj Agrawal, Lakshman Swarup
PublisherRajhans Prakashan
Publication Year1950
Total Pages350
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size13 MB
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