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________________ पि ] परूव-प्र+रूप् ( धातु ) परो-परस् शब्दसूची पाउन्भव -- प्रादुर्भू ( धातु ) पाउन्भूय - प्रादुर्भूत 'पलम्व - प्रलम्ब पाग-- पाक 'पलिओम -- पल्योपम (कालसं- पाडिहारिय — प्रातिहारिक पाणपान ख्यावाचकः ) पलिय-पल्य पाण- प्राण पवण - पवन पाणाइवाय- प्राणातिपात पाणिय-- पानीय पामोक्ख --- प्रामुख्य | ( विवरणकारमते तु प्रमोक्ष उत्तरमिति । ) पवर त्रवर पविट्ट - प्रविष्ट पवित्र -- प्रविस्तर ( धनधान्य द्विपदचतुष्पदादिविभूतिवि स्तर: ) पव्वइय-- प्रवजित पव्वय --- प्रवज् ( घातु ) पव्वय-पर्वत पसत्थ-प्रशस्त 'पसन्ना --- प्रसन्ना पसंसा-प्रशंसा पसिण---प्रश्न पसेवय -- सेवक ( नापितस्य नखशोधकक्षुरादिभाजनम् ) पह--पथ पहु-प्रभु पाउ - प्रादुस पाउण - प्र + आ + वृ ( धातु ) पाय-पाद पायच्छित्त --- प्रायश्चित्त ९९ पायपुंछण-पाद + प्रोज्छन पारे - पारय् (पृधातोर्णिजन्ते ) ( धातु ) पाव- पाप पावयण-प्रवचन पावेस प्रवेश्य पास - पश् दृश् वा ( धातु ) पासण्ड - पाषण्ड पासवण -- प्रस्रवण (मूत्रमित्यर्थः) पासाईय वा पासादीय प्रासादीय पाहाण-पाषाण पि-अपि
SR No.010825
Book TitleUvasagdasao
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages262
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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