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________________ : ९८ पण्णत्ती-प्रज्ञप्ति प्रज्ञप्ती वा पण्णरस- पञ्चदश पण्णरसम- पञ्चदशम पण्णवणा-- प्रज्ञापन प्रज्ञपन वा पण्णवे - प्रज्ञपय् ( धातु ) पन्त - प्रात पत्तिय- प्रति + ६ ( धातु ) पत्ती-पत्ती पत्थिय — प्रार्थिक शब्दसूची पमाण-प्रमाण पमाय--प्रमाद पम्ह-पक्ष्मन् पयत्त-प्रयत्त परम परम परलोग - परलोक पन्त-प्रान्त पन्थ—पथिन् पभ-प्रभ ( बहुव्रीहिसमासान्ते ) परिणद्ध -- परिणद्ध पभासेमाण- प्रभासयन्त् परिणाम -- परिणाम परितन्त परितान्त पमिइ - प्रति परिभोग - परिभोग पयाण-प्रदान पयाहिण -प्रदक्षिण पर-पर परक्कम - पराक्रम परिकह- परिकय् ( धातु ) परिक्खित - परिक्षित परिकिण्ण- परिकीर्ण परिगय-परिगत पभु—प्रभु पमज्ज-प्रमृज् प्रमार्ज वा (धातु) परियाग-पर्यायक पमजिय-प्रमार्जित परियाय--पर्याय परिग्गाहिय परिगृहीत परिचय - परित्यज ( धातु ) परिजण - परिजन परिजाण -- परिज्ञा ( धातु ) परिट्ठवे -- परिस्थापय् ( धातु ) [ पण्णत्ती -- परियाय -- परि + ज्ञा (धातु) परिलोयण -- परिलोचन (बहुव्री हिसमासान्ते ) परिवज्जिय परिवर्जित परिवस -- परि + वस् (धातु) परिवुड - परिवृत परिसा -- परिषद् परिहिय -- परिहित
SR No.010825
Book TitleUvasagdasao
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages262
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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