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________________ महत्त्वकी प्रश्नोत्तरी प्रश्न-ससारमे सार क्या है ? उत्तर-मनुष्य होकर तत्वज्ञानको प्राप्त करना और स्व-परके हितसाधनमे सदा उद्यमी रहना । प्रश्न-संसारको बढानेवाली बेल कौन-सी है ? उत्तर-आशा-तृष्णा। प्रश्न-ससारमे पवित्र कौन है ? उत्तर-जिसका मन शुद्ध है। प्रश्न-पडित कौन है ? उत्तर-जो हेय-उपादेयके ज्ञानको लिये हुए विवेकी है। प्रश्न-बडे लुटेरे कौन हैं ? उत्तर-इन्द्रिय-विषय, जो आत्माके ज्ञान-वैराग्यादि धनको लूट रहे हैं। प्रश्न-बडा बैरी कौन है ? उत्तर-आलस्य-अनुद्योग, जिसके कारण आत्मा विकसित नही हो पाता और न भले प्रकार जी सकता है। प्रश्न-शूरवीर कौन है ? उत्तर-जिसका चित्त स्त्रियोके लोचन-बाणो ( कटाक्षो) से व्यथित नहीं होता । प्रश्न-अन्धा कौन है ? उत्तर-जो न करने योग्य कार्यके करने में लीन है। प्रश्न-बहरा कौन है ? उत्तर-जो हितकी बातें नही सुनता।
SR No.010793
Book TitleYugveer Nibandhavali Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1967
Total Pages881
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size24 MB
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