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________________ २१३ समषित बासीसी २२४ सुदामा जी की कका पसीसी ३३ २१४ समता शतक . १५८ १२५ सुबोध चन्द्रिका १८५ २१५ समन जी की परची ८१ २२६ संतवाणी संग्रह २१६ समय सार बाना व बोध २२७ संतवाणी संग्रह २१७ समेसार . २२८ संतवाणी २१८ सबैया बावनी २२६ सतवाणी संग्रह २१६ साया बावनी ३० संयम तरंग २२० साखी २३१ स्थूनि मा बत्तीसी १०५ २२१ सुख मार . २३२ हनुमान दूत २२२ सुदामा चरित्र २३३ हित शिक्षा द्वात्रिंशिका १०८ २२३ सुदामा चरित्र ( दोनों एक ही) २३४ हेमराज धावनी पद्य ६७६४ ३२,३३ २ ३५ हंसराज-बावनी पद्य ५२,६४ विशेष:___उपयुक्त प्रन्थ नामानुक्रमणिका में संतवाणी-संग्रह के दो गुटकों के ग्रंथों को सम्मिलित नहीं किया गया है। क्योंकि इन ग्रन्थों का विवरण नहीं लिया गया, केवल नामावली ही दी गई है। अतः जिज्ञासुओं को पृष्ट ४० से ४८ में उन प्रन्यों के नाम देख लेना चाहिये। उनमें सब्दी, शास्त्री, पद, पाणी, परची ही प्रधान है। बैसे कुछ चरित्र प्रादि अन्य भी है, जिनमें से कुछ तो काफी प्रसिद्ध है और कुछ प्रकाशित भी हो चुके हैं।
SR No.010790
Book TitleRajasthan me Hindi ke Hastlikhit Grantho ki Khoj Part 4
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta
PublisherRajasthan Vishva Vidyapith
Publication Year1954
Total Pages301
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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