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________________ त्रिषष्टि शलाका पुरुय-चरित्र २०-इन्द्रजाल २१-कौचुमारयोग [कुचुमारके, बनाए हुए सौभाग्य,बाजी. करगा वगैरह उपाय २२-इन्तलाघव [हायकी चालाकी ६८. पत्रच्छेश्च ६६ कटच्छेद्य २३-विचित्र शाक-प-भक्ष्य १६ अन्नविधि विकार क्रिया २४-पानकरसगगासव योजन | ७. पानविधि २५-सूचीबान कम दर्जीका काम] २६-सूत्रक्रीवा ६५. मूत्र खेल ३७. नलिकाखेल २७-बीगाडमरक वाद्य ६. वादिन २८-ग्रहलिका [पहन्ती] २२. प्रहेलिका २६-प्रतिमाला [अंतऋड़ी] ३०-दुवाचकयोग कठिन उचा__ण वाले शब्दोंको बोलन। की कला ३१-पुस्तक वाचन ३२-नाटकाट्यायिक दर्शन ३३-काव्य समस्यापूर्ति ३१-पत्रिका बवान विकल्प चिन, सरकंडा वगैरह से पलंग, कुर्सी वगैरह बुनन की क्रिया] २५-ततक्रम ३६-नना [सुतारका काम]
SR No.010778
Book TitleTrishashti Shalaka Purush Charitra Parv 1 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKrushnalal Varma
PublisherGodiji Jain Temple Mumbai
Publication Year
Total Pages865
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size26 MB
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