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________________ (१ए६) ऋषिमंमलदत्ति-पूर्वाई. दैत्य पोताना ना खरने पाठो वाली पोते लक्ष्मणनी साये युद्ध करवा पाव्यो.. लक्ष्मणे युद करतां ते त्रिशिराने कणमात्रमा खमुवमे मारी नाख्यो, एवामा विराध नामनो को राजपुत्र सैन्य सहित त्यां आवी लक्ष्मणने नमस्कार करीने कहेवा लाग्यो के, "आप मने अंगीकार करो. हुं तमारी आज्ञानो व. शवर्ती भइ तमारेज पदे रहीश. आ खरदानव, रावणनी सहायथी पाताल. लंकाना अधिपति म्हारा पिता चंशेदरने काढी मूकी पोते त्यां रहे . तमे एकला गे उतां शत्रुनो नाश करवामां सिंहसमान गे. तो पण हे प्रसन्न मुखवाला! शत्रुने जीती लेवानी मने आज्ञा आपो." लदमणे कडं "दे राजपुत्र! शत्रुना वधने विषे म्हारे त्हारी सहायथी सरयु. कारण हायपगवालाने वीजा. नी सहाय लेवी ए लड़ा पामवा जेवू दे. जो पोताना सेवकने विषे स्नेहवाला रामने तुं पोताना स्वामी मानतो इश्श तो म्हारे तने पाताल संकाना राज्यने विषे स्थापवो." पठी पुत्रना वधथी अत्यंत क्रोधातुर थयेलो तेमज कगेर चित्तवालो खर दानव विरोधने सहाय प्रापवानां वचन कहेता एवा खक्ष्मणनी पासे आवीने कहेवा लाग्यो के, "अरे लक्ष्मण ! विद्यानुं साधन करता एवा पुत्र शंबूकने हणी म्हारो अपराधी अतुं शं जीवतो जश्श ?" लक्ष्मणे कां. “हे राजन् ! में त्हारा पुत्रने विद्यानुं साधन करता मारेलो होवाश्री म्हारुं पुरुषार्थ प्रगट प्रयु नश्री; परंतु विकट वैरी एवा तने पण ते. नी पाठलं विदाय करी हुँ म्हारा पुरुषार्थने तत्काल प्रगट करीश." सदमणनां आवां वचनयी अत्यंत क्रोघातुर श्रयेलो अने युझना मर्मने जागनारो ते खर दैत्य सऊ अश् आकाशमां मेघनी पेठे तिदश वाणोनो वरसाद वरसाववा लाग्यो. पठी लक्ष्मण पण नग्र एवा वाणोथी तुरत शत्रु तरफथी आवता संख्याबंध वाणोना वरसादने बंध करवा माटे आकाशने विये सुर्यमंझलने ढांकी देनारा शरमंझपने वनावीदीधो. या प्रमाणे अनेक विधाधरोनी समद दीर्घकाल सुवी तेने युड़ करावी लदमणे पोताना तिक्ष्ण शस्त्रथी ते खर दानवर्नु मस्तक वेदी नाख्यु. ठेवटे सुन्नटोमा मुकुटरूप लक्ष्मणे नग्रसना सहित दयण नामना दैत्यने पण मारी तत्काल देव अने दानवोने विषे विजय लक्ष्मी प्राप्त करी. ॥ इति श्री पद्मचरित्रे खरषण विनाशो नाम पंचमः प्रस्तावः॥
SR No.010762
Book TitleAdinath Charitra
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages489
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Story, Mythology, & Literature
File Size32 MB
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