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________________ इम सर्व नगर सश्रीक करी, सर्वा ग भूपण धरी । हस्ति राजाधिरूद, प्रतापि प्रौढ । पाखलि लाख खाडा तणउ भडिवाउ, मंडलीक तणउ समवाउ । गजेंद्रनी घटा, घोडानाथाट, पायक ना पहट । रय तणी रामति, मेघाडबर, छत्र नउ' आडंबरु । सीकिरि तणा झमाल, अलब तणा डमाल । मेरि तणे भाकारि, झल्लरी तणो झात्कारि । शख तणो ऊकारि, तिविल तणो दोकारि, मादल तणो धोकारी । ढोल तणो टमटमाटि, पटहने गुमगमाटि । रणतूर ने रणरणाटि, घोडा तणा हींसाटि । गजेंद्र ने गड़गडाटि, राजा श्री दशाणभद्र चालिउ । ( स. १) ३१ राज-यश जिसिउ चंद्रमडल, निसर स्फटिक कोमल' । जिसउ क्षीरसमुद्र जलु, जिसउ हिमाचलु । जिसउ विकसित केतकी टलु, जिसिउ प्रधान मोतीहारू । जिसउ शेषफणा संभार', जिसउ कामिनी कटाक्ष निकरु । जिसउ कास कुसुम प्रकर, जिसउ डिंडीरु । निसउ गोक्षीर, जिसउ गगा तरंग पूर" । तिसिउ महाराव यशः पूर। ३२ राजा शोभा उपमा सभा माहि राजा बइठा थको सोभइ छै ते केहवोअक्षर माहि निम श्रोकार, मत माहि ह्रींकार । गंधव माहि तुंबर, वृक्ष माहि सुरतर। १ तराट २ अलवा ३ आकारि । पाठान्तर १नीरार्णव २ जिस्यउ शरदभ्र जलु ३ जिसउ मल्लिका कुसुम प्रारमाझ ४ जिमउ हर हात्य प्रशारू ५ जिउ कात्य कुसुम निकरु । -१ जैसलमेर प्रति से २ पुण्यक्जियजी अपूर्ण प्रति से (१) न्फटिकोपल पुरव विनयजी अपूर्ण प्रति से
SR No.010755
Book TitleSabha Shrungar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta
PublisherNagri Pracharini Sabha Kashi
Publication Year1963
Total Pages413
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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