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________________ Utsanketitut of statebattattitutstatuttitutetstattattatutt कविवरवनारसीदासः। rrrrrrrrrr.rimmmmmmmmm nonmara.. पंचम भूपति शाह निजाम। छहमशाह बिराहिम नाम ॥ ३३ ॥ सत्तम साहिब शाह हुसेन। अहम गाजी सजितसैन । नवमशाह बख्यासुलतान। वरती जानु अखंडित आन ॥ ३४ ॥ १ वनारसीदासजीने जोनपुरके बादशाहोंके ये ९ नाम लिखे हैं १ जोनाशाह २ यवक्कर ३ सुरहर ४ दोस्तमुहम्मद ५ शाहनिजाम ६ शाहविराहीम ( इब्राहीम) शाहहुसेन गाजी ९ वख्यासुलतान इन वादशाहोंका पतालगानेकेलिये फारसीतवारीखाम जोनपुरका हाल ढकर ऊपरके लेखसे मिलाया तो, कुछ और ही पाया, और नाम ३ भी कुछ और ही पाये । नाम उन तवारीखों के ये है११ आईनअकवरी २ तारीख निजामी ३ तारीख फरि शता ४ तारीख फीरोजशाही ५ सेरुलमुताखरीन ६ जुगराफिये व तारीखजोनपुर वगैरः-- इनमें सबसे पुरानी फीरोजशाही है । इन तवारीखों में जो विवरण जौनपुरकी सलतनतका लिखा है, उसका सारांश यह है कि खिलजियोंका राज्य जानेपर तुगलकजातिका दिल्लीमें उदय हुआ। पहिला वादशाह इस घरानेका गाजी तुगलक पंजावका सूवेदार था, जो कि-ता० १ शावान सन् ७३१(भादोंसुदी ३ संवत् १३७८ को सव अमीरोंकी सलाहसे दिल्लीके सिंहासनपर बैठा था। और रवीउलअवल सन् ७३५ (फाल्गुण सुदी और पैनवदी संवत् १३८१) में मरा। उसका वेटा मलिक फखरुद्दीनजोना सुलतान नासिर tattatokottikot.kuttekuteketitikkuteketstarttikstatutkukuttent.tutokuttitutek kat teketrikrketaketik.kittikakikikikikikikikatutettitutikkukuttitutstitutti
SR No.010701
Book TitleBanarasivilas aur Kavi Banarsi ka Jivan Charitra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNathuram Premi
PublisherJain Granth Ratnakar Karyalay
Publication Year
Total Pages373
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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