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________________ धरा- स्त्री- पृथ्वी, धा-दोडं. धाइ - स्त्री - धात्री. धाराहय-वि-धारावी हणायेल. धिट्ठ-वि-धृष्ट. वीर - वि- धीरजवान. धुण-कंप, धुकं. धुरा- स्त्री-घोसरी. धूलि - स्त्री- धूळ. वेणु-स्त्री-गाय. न न-अ-निषेध, नहि. नई - स्त्री - नदी. नंदण - पुं-दी करो. नच्च-नाचवं. नट् ट्- नाचवुं. नडी - स्त्री-नटी, सूत्रधारनी स्त्री. नणंदा - स्त्री-नणंद. नमुक्कार - पुं- नमस्कार. नमो - अ - नमस्कार. नमोक्कार - पुं- नमस्कार. नय- पुं- नग, पर्वत. नयण-पुं- आंख. नयर - न- नगर, शहेर. ( १९ ) नयरी - स्त्री-नगरी. नर-पुं- पुरुप. नरय-पुं- नरक. नरवइ - पुं-राजा. नरिंद्र- पुं-राजा. नलिणी - स्त्री-कमलिनी. नव-नमवुं. नव-वि-नव. नवणीअ-न-माखण. नवरि-अ-किन्तु. नव्वल - वि-नवुं. नस्सू - नाश थवो. नह-पुं- नख. नह-न- आकाश. नाअ-पुं- न्याय. नाड्य-न-नाटक. नाण-न-ज्ञान. नातपुत्त- पुं- महावीरदेव. नाम-न- नाम. योग्य. नायन्त्र - वि - जाणवा नारइअ - पुं- नारकीनो जीव. नारी - स्त्री-स्त्री. नावा -स्त्री-नाव. नाह-पुं-नाथ. निअ-जोवं.
SR No.010661
Book TitlePrakrit Margopdeshika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBechardas Doshi
PublisherYashovijay Jain Granthmala
Publication Year1919
Total Pages195
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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