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________________ उवज्झाय- पुं- उपाध्याय. उव+दिस- उपदेश देवो. उवमा - स्त्री - उपमा. उवरि - अ- उपर. उवल- पुं- पाषाण. उवलखंड न पापाणनो टुकडो. अव + सप्पू-पासे नपुं. उव+सम्-शांत थवुं. उवसाम- पुं-उपशम. उवहार-पुं-भेट. उविंद-पुं- उपेन्द्र. उवेल्लू-फेला . उ + त्रिव - उदास थवं. उसमदत्त - पुं- विशेष नाम. उसह - पुं- वृषभ. ऊ ऊज्झाय-पुं- उपाध्याय. ऊस-पुं-किरण. उसल्-उल्लास. ए एआरह - वि-अगीआर. एआरिच्छ-वि-एवो. एक आ-अ-कोइ दिवस. (ई) एकल-वि-एकलं. एकल-वि. एकलं. एक्कसरिअं चालु कालमां. एक्कसि कोई दिवस. एक्कसिअं कोई दिवस. एग - वि - एक. एगंत- पुं- एकान्त. एगहुत्तं-अ- एकवार. एहि-अ-हमणां एत्ताहे - अ-हमणां एत्तिल - वि-एटलं. एत्थ -अ-अहिं. एरावण- पुं- ऐरावण हाथी. एवं अ-एवी रीते. 6 ओ ओग्गाल - वागोळं. ओझर - पुं-झरो. ओज्झाय. पुं- उपाध्याय. ओ+वाह्- अवगाहनुं. ओसढ-न-औषध. ओसह-न-औषध. ओहरिअभर - वि- भार वगरनुं. ओहीर्-उंघवं. X-
SR No.010661
Book TitlePrakrit Margopdeshika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBechardas Doshi
PublisherYashovijay Jain Granthmala
Publication Year1919
Total Pages195
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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