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________________ ७२ पृष्ठ सप्ततिकाप्रकरण गाथा विषय ६३-६४ क्षपक श्रेणी विचार । ३५९-३७५ क्षायिकसम्यक्त्व की प्राप्ति का निर्देश ३५९-३६४ क्षपक श्रेणिमें क्षयको प्राप्त होनेवाली । प्रकृतियों का व अन्य कार्यों का निर्देश ३६४-३७२ केवलिसमुद्घात का कारण ३७२ सात समुद्घातों का स्वरूप ३७३ योग निरोध क्रिया का क्रम ३७३-३७४ सूक्ष्म क्रिया प्रतिपाति ध्यान का कार्य विशेष ३७४ सयोगी के अन्तिम समय में जिन प्रकृतियों का सत्त्वविच्छेद होता है उनका निर्देश ३७४ अयोगी गुणस्थान के कार्य विशेष ३७४-३७५ अयोगी के उपान्त्य समय में क्षय को प्राप्त होनेवाली प्रकृतियों का निर्देश' ' ३७५-३७६ अयोगी के उदय को प्राप्त प्रकृतियों का निरा " ३७६-३७७ अयोगी के उदयप्राप्त नामकर्म की नौ • - प्रकृतियाँ ३७७ ६८ मनुष्यानुपूर्वी की सत्ता कहाँ तक है इस । विषय में मतभेद का निर्देश , ३७७-३७८
SR No.010639
Book TitleSaptatikaprakaran
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages487
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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