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________________ ६ सप्ततिका अनुवाद, टिप्पणी तथा प्रस्तावनामें उपयुक्त ग्रन्थोंकी सूची तथा संकेत विवरण अ० पच सं० -- अमितगतिका पचसंग्रह, माणिकचन्द्र ग्रन्थमाला बम्बई । 钻 श्राप्तमीमांसा - जैन सिद्धान्त प्रकाशिनी संस्था कलकत्ता | श्री० नि० - आवश्यक नियुक्ति, आगमोदय समिति सूरत । क० पा० } कसायपाहुड, अप्रकाशित । कसाय० क० पा० चु० कलाय चु० कसाय० चुपि कमायपाहुड चुणि, अप्रकाशिन 1 कर्म प्रकृति कर्मप्र० उद० -- कर्मप्रकृति उदय कर्मप्र० उ०—- कर्मप्रकृति उदारणा कमंप्र० उप० - कर्मप्रकृति उपशमना कर्म प्र० बन्धोद० - फर्मप्रकृति बन्धोदयसव f सुक्काबाई ज्ञानमन्दिर भोई। कर्मस्तव -- आत्मानन्द जैन पुस्तक प्रचारक मण्डल भागरा । गो० कर्म० - गोम्मटसार कर्मकाण्ड, रायचन्द्र जैन, शास्त्रमाला चम्बई । गोमट्ठसार जीवकाण्ड 99 चूर्णि - पूर्णिसहिता सित्ती, पाटन गुजरात । जयध० --- जयधवला अप्रकाशित । 59 37
SR No.010639
Book TitleSaptatikaprakaran
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages487
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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