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________________ मनुस्मृति की सूक्तियां १ कृत युग में 'तप' मुख्य धर्म था, त्रेता में 'ज्ञान', द्वापर में यज्ञ और कलियुग में एकमात्र दान ही श्रेष्ठ धर्म है। २ बुद्धिमानों में मनुष्य सब से श्रेष्ठ है। . . ३. आधार हो प्रथम एवं श्रेष्ठ -धर्म है। . . . . . ४. रागद्वेष से रहित झानी सत्पुरुषो द्वारा जो आचरित है, तथा अपने .नि सदिग्ध अन्तःकरण द्वारा अनुप्रेरित है, उसी को वास्तविक धर्म जानिए । ५. निश्चय ही काम का मूल सकल्प है। ६ इस आर्यदेश भारत में जन्म लेने वाले ,अग्रजन्मा, ब्राह्मण, (सदाचारी ., विद्वान) के पास मूमण्डल के सभी मानव अपने-अपने योग्य चरित्र को शिक्षा ग्रहण करे।
SR No.010614
Book TitleSukti Triveni Part 01 02 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAmarmuni
PublisherSanmati Gyan Pith Agra
Publication Year1968
Total Pages813
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size18 MB
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