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________________ मुंहता नैणसीरी ख्यात [ २६१ सहररी वस्ती संमत १७१६ १००० बांभण, ७०० वांणिया, ४०० महेसरी, ३०० ओसवाळ,* . . ३०० रजपूत, १०० मोची, १० घांची', ५० छीपा, २० सोनार । हळवदसूं इतरा सहर इतरै कोसै छै ४० अहमदावाद, २० वीरमगांव, ३० नवोनगर, २० वांकानेर, ... १५ वढवांण, ३० दसाड़ो, १५ मोरबी। . हळवदसूं बीजी ठोड़ वांकानेर छ, सु हळोदनूं लागै छै । तिको . वांकानेर हळवदसू कोस २०, काठीवाड़ नजीक छै । तिणनूं गांव ... १२० लागै छै । तिणमें गांव २३ हमार बसै छै । - देवतकही झू झाला डीले छूटका तो मारवाड़ माहै छै । नै जेसळमेररै देस खाडाळ दिसी गांव ४ तथा ५ देवतरा छ । .. डांवर, जेसळमेरसू कोस २० खाडाळ में गरभवास, लाठीहर . सीताहर कन' । सेवै सांखलेरै गांव कनै, कोसै ५१ । .... मांगणी-रो-तळो', डावरथा कोस २१ । जूजळ-रो-बेरो' डांवरथा कोस १। .. लाठीहर, डांवरथा कोस २ खाडाळ में । . ..माहेश्वरियोके ४०० पोसवालोंके ३०० व्यक्तियों या घरोंका योग ७०० वारिणया (बनिये) प्रतीत हैं। . .. . I हिन्दू तेली। 2 हलवदसे इतने शहरं इतने कोसों पर हैं। 3 हलवदसे दूसरे . स्थान पर वांकानेर है, जो हलवद परगनेके अतर्गत है । 4 जिनमें इस समय २३ गांव ... आबाद हैं। 5 देवतकहीके झाला छूटे-विखरे तो मारवाड़में हैं। 6 और जैसलमेर देशके खाडाल प्रान्तकी ओर देवतकहीके देवतोंके चार-पांच गांव हैं। 7 पास । 8 मांगणीका कुयाँ। 9 जूजलका कुआँ ।
SR No.010610
Book TitleMunhata Nainsiri Khyat Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
Publication Year1962
Total Pages369
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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