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________________ १६४ ] राजस्थान पुरातत्वान्वेषण मन्दिर - - - - - - क्रमांक ग्रन्थाङ्क ग्रन्थ नाम कर्ता भाषा लिपि- पत्रसमय संख्या विशेष २०६ २४०६ अजमेर में लिखित। २४०७ लुकमान हकीमकी नसियत लुकमान हकीमकी नसियत वचनामृत वणिक छपै १६८० सहजानंदस्वामी गू०१८वीं श १०२ गुटका । रा० ११२२ २८६३ वासप्रास्ताविक (४६) २८६३ विद्वगोष्ठी (E) ५७१६ विद्वगोष्ठी तथा ज्ञान क्रियासवाद | विद्वद्भ षण टिप्पण सहन | विविधदृष्टांतगीत (११८) २२१८ | विवेकचिन्तावणि हीरकलश रा० गू० १७वीं श. ८वा | | सं० " | १६२ वां |, १६वीं श. ३ बालकृष्ण , १८वीं श. १३ रा० गू-१७वीं श.१७३ वि. सुन्दरदास । ७० १९वीं श १२-१३ ३४२६ वृद्धचाणक्यराजनीति २५०५ वृद्धचाणक्यराजनीति सवालाबोध ३५६४ वृद्धचाणक्य राजनीति सस्तवक ३५५५ | वृन्दबहुतरी दूहा (१०) वैराग्यमजरी सं.रा.गू.१७वीं श. १० १६५६ ५| चकलासी ग्राम में लिखित। स रा १८५७ १-४४ बगड़ी मे लिखित । १८८ (१६) वृन्दकवि | रा० १६वीं श १-२ जोधपुर में रचित । सवाई प्रताप- हि० " ८३-६४ रचना सं. १८५२। सिंहजी भर्ट हरीय वैराग्य शतक पर भाषाकाव्य। खुसरामप्र. हि १९०५ ७ स १६०५ मे कृष्ण दुर्ग मे रचित । | कर्ता के हस्ताक्षर । भरी हरि स० १६वीं श १२-१८ २१ २२६१ / वैराग्यविनोद २२२ १८०३ वैराग्य शतक
SR No.010607
Book TitleHastlikhit Granth Suchi Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinvijay
PublisherRajasthan Puratattvanveshan Mandir
Publication Year1956
Total Pages337
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size12 MB
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