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________________ - राजस्थान प्राच्यविद्याप्रतिष्ठान-विद्याभूषण-ग्रन्थ-संग्रह-सूची ] . . . . . [ ५२ - कर्जा ग्रन्थनाम . लिपिसमय पत्रसंख्या विशेष विवरण आदि कमाङ्क १७१०५५६-५५७ / अन्तमें १ चतरदासका पद भी है। ५५७-५५८ १५५८-५५६ ५५६-५६० ५६०वा ५६०-५६१ (३४) (२४१) सुन्दरदासजीके पद सुन्दरदास (२४२) मेहाकी चेतावनी मेहादास लाहौरी । (२४३) हरिस्यङ्गजीको चेतावनी हरिस्यङ्ग - पद्य ३६. .. (२४४) छीतमके पद १० पद छीतमदास (२४५) गुणगीत दुरसा चारण . (२४६) स्फुट कवित्त पद्य १६ (१) लाल गजमलिक (२) लालवास . (३) माधो (४) कान्ह (५) अलूची (६) वाजिद । (७) माधोसाहि (८) कवि गद (E) हरिस्यङ्ग (२४७) लीलापरशरामजीकी (चौपाई | परशराम । ४६) शङ्कराचार्यजीके अशुद्ध | शङ्कराचार्य ..... 'पद्य ... (२८४) निर्वाणयोगपट महादेवजीको (२४६) रुण्डमालाग्रन्थ श्लोक १२० (२५०) शुकदेवजीको लीला मोहनदास (अध्यात्मलीला) छन्द २५ । ५६१-५६४ .... ५६४वा ५६४-४६७ विकृत संस्कृत, योग्य-ग्रन्य है। ५६७-५६८ ...
SR No.010606
Book TitleVidyabhushan Granth Sangraha Suchi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGopalnarayan Bahura, Lakshminarayan Goswami
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
Publication Year1961
Total Pages225
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size9 MB
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