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________________ राजस्थान प्राच्यविद्याप्रतिष्ठान - विद्याभूषण-ग्रन्थ-संग्रह- सूची ] कर्त्ता क्रमाक. २५१ ग्रन्थनाम २५७ २५८ माधवानल - कामकंदला एवं तत्सम्बन्धी ज्ञातव्य पत्र. माधवानल कामकंदला २५२ २५३ अकबर-बीरबलबारता २५४ | सर्वानुक्रमणिकायां ऋग्वेदीयानुवाकानुक्रमणी २५५ चतुरसिरोम निजी के पद २५६ (१) मोहमर्दन (२) गंगालहरी (३) मावडिया मिजाज (४) वैसक (वेश्या) वार्ता (५) चुगलमुखचपेटका (६) कुकविबत्तीसी (७) कृपणदर्पण (८) कायरवावनी (६) बैसवार्त्ता (१०) विदुरबत्तीसी (११): श्रीराधेजीके शिखनख-वरणनको । कमाल विजयविवाह ४५६ पद्य एकाक्षर निघण्टुकोष ५३ श्लोक हैं । श्रालम कवि ? 19 कात्यायन चतुर सिरोमनि ( ? ) कविराजा बांकीदासजी " "" 35 79 "" "" 17 17 " " "" "" "" 17: "1 "3 "} " :31 57 बारहट मुरारीदास वररुचि लिपिसमय १.६६२ २०वीं श १६६४ २०वीं. श. १६८८ १६६१ " 19 33 17 13 37 "" 39 " 11 विशेष विवरण आदि १:१२ + ६ पेज यह प्रति दो प्रति द्वारा सम्पादित है । 17 पत्र संख्या ४.८ ३.४ १२ tr १-२ २-४ ४-७ ८-१० १०-१२ |१२–१४ 19 "" २०वीं. श. १७ ४ 21 "" "" "" 19 "1 १४- १५,, १६-१८ " १८- २१,, २१-२२, २३-२६ ” "" लि.क. पं. नाथूराम पुजारी, जयपुर 1 लि.क. गोपीचन्द शर्मा, जयपुर । [ ११५ 1
SR No.010606
Book TitleVidyabhushan Granth Sangraha Suchi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGopalnarayan Bahura, Lakshminarayan Goswami
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
Publication Year1961
Total Pages225
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size9 MB
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