SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 133
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ... [ ११३ । राजस्थान प्राच्यविद्याप्रतिष्ठान-विद्याभूषण-ग्रन्थ-संग्रह-सूची] ___ क्रमाङ्क .. ग्रन्थनाम कर्ता लिपिसमय पत्रसंख्या . विशेष विवरण प्रादि २०वीं श. १४ साद सबलसिंह उमेदराम वारहट २३२ / गुणझमाल रावजी श्रीइन्द्रसिंहजीरी २३३ (१) सत्योपदेश (२) राजनीति (३) भाषाचाणक्य (४) वाणीभूषण (५) मरसियाकवित्त १५-२४ २५-२७ रचना-१८७२ । , १८६१ । अलवरके राजा वखतावरसिंहजी एवं उनके साथ सती हुई रानियोंकी। बहुतसे राजा-महाराजाओंके विषयमें रचित । लि.क.-छीतरमल पुरोहित सावरवाला। २३४ (१) हिंगल-गीतसंग्रह बांकीदासजी आदि अनेक १९२७ई. १० ७-१० (२) दुहा जेहल-जसजडाबरा (३) स्फुट कवित्त-दहा एवं नीसाणी | प्रासीया बुधा राषीरा सिरदार जीवराजजी २३५ (१) मयाराम दरजीरी बात २०वी.श. १-६ इस पुस्तकमें बस्ता १२७(३)पर अङ्कित बातका शेष भाग लिखित है। (२) स्फुट गीत ४ (३) नीसाणीयां वीरमायणसे २३६ | वृन्दावनशतक बारहट शिवबक्स (दत्त) १०-१८ दसकत बुधारा छै। गांव वागू माये लषी छ । 5 . पेज | अपूर्ण । हणूंत्यानिवासी वारहट मुरारीदानजी पालावतको प्रतिसे लिपीकृत । ११२-+१२= जोधपुरके कविराजा सिहरदानजीकी पुस्तक १२४ पेज नम्बर २ (२)की प्रतिलिपि । १२ पेज सूची पत्रके हैं। २० पेज लि.क.-गोपीचन्द शर्मा जयपुर । २३७ / डिंगलपुस्तक अनेक कवि २३८ । (१) प्रेमरतनाकर भया रतनपालजू | १९८४
SR No.010606
Book TitleVidyabhushan Granth Sangraha Suchi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGopalnarayan Bahura, Lakshminarayan Goswami
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
Publication Year1961
Total Pages225
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy