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________________ २ ४ राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान जोधपुर ५ (Rajasthan Oriental Research Institute) JODHPUR उद्देश्य राजस्थान मे और अन्यत्र भारतीय संस्कृति के प्राधारभूत संस्कृत, प्राकृत, अपभ्रंश, राजस्थानी, हिन्दी व अन्य भाषाओ मे लिखित प्राचीन ग्रंथो की खोज करना तथा उन्हे प्रकाश मे लाना । ३ साधारणत भारतीय एव मुख्यत संस्कृत व प्राचीन राजस्थानी के अध्ययन, अन्वेषण, सशोधन हेतु अत्यावश्यक उत्तम प्रकार का सन्दर्भ पुस्तक भडार ( मुद्रित ग्रन्थालय ) स्थापित करना और उसमे देश-विदेश मेमुद्रित विविध विषयक अलभ्य दुर्लभ्य सभी ग्रन्थो का यथासभव सग्रह करना । प्राचीन हस्तलिखित ग्रन्थो का संग्रह कर उनके सरक्षण की व्यवस्था करना और उपयोगी ग्रन्थो को सम्बन्धित विद्वानो से सम्पादित करा कर उनके प्रकाशन की व्यवस्था करना । सगृहीत सामग्री से शोधकर्त्ता अध्येता विद्वानो को उनके अध्ययन और अनुसंधान मे सहायता पहुँचाना । राजस्थान के लोक-जीवन पर प्रकाश डालने वाले विविध विषयक लोकगीत, साप्रदायिक भजन, पदादिक भक्ति साहित्य एव सामाजिक संस्कार, धार्मिक व्यवहार तथा लौकिक प्राचार-विचार आदि से सम्बन्धित सभी प्रकार की सामग्री की शोध, सग्रह, सरक्षण, एव प्रकाशन करने की व्यवस्था करना ।
SR No.010594
Book TitleRajasthani Hastlikhit Granthsuchi Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinvijay
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
Publication Year1961
Total Pages74
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size5 MB
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