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________________ पापOOMARRORDERATINENTREESAREE मारमाMUCEDAAJaraswammar का ३६५ विषय, पृष्ठ. । विषय. पृष्ठ. मार्गशीर्षे सुदि १५ श्रीबल- | फाल्गुन वदि ७ श्रीनाथजीको देवजीको पाटोत्सव तथा पाटोत्सवकी आरती जन्माष्टमीकी मङ्गलाकी आ० ३५९ , सुदि ७ श्रीमथुरेशजीके पौष वदि ९ श्रीगुसांईजीको पाटोत्सवकी आरती उत्सव राजभोग तिल- , सुदि १५ होरीके दिनकी आरती ककी आरती फागखेल फाल्गुनमें बगी|" ," शयन और चामें तथा सुखपालके चित्र Is सन्ध्याकी आरती ३६१ | चैत्र वदि १ डोलको चित्र | माल वदि ६ श्रीदीक्षितजीके |,, २ द्वितीयाउत्सव तथा माघ सुदि पाटको उत्सवकी आ० ३६८ पूनम होरीडांडाकी आरती ३६२ ,,,,, फूलमण्डली दो ३६९ माघ सुदि ५ वसन्त तथा या उपरान्त और विना नामकी फाल्गुन सुदि ११ कुज आरती हैं सो उत्सवनमें यथारुचि लेनी। एकादशीकी आरती ३६३ | इति चौथाभाग समाप्त । इति अनुक्रमणिका। MY MY 9 - -- mar -
SR No.010554
Book TitleVallabhvrushti Prakash
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGangavishnu Shrikrushnadas
PublisherGangavishnu Shrikrushnadas
Publication Year1937
Total Pages399
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationInterfaith & Hinduism
File Size121 MB
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