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________________ (३३०) जैनतच्चादर्श. fथा वास्तविक नथी, कारण के जो पढ़ेलेथी आगार राख्या बे, तो पी व्रतनंग केवीरीतें थायडे ? अने जे वार्त्तध्यानमां मरी जायते, तथा श्रागार राखता नथी, तेज जैनमार्गनी शैलीना अजाण बे. ते कारणथी ब बिंडी ने चार आगार सर्व बारे व्रतमां जाणवा, वली साधुना सर्व प्रत्याख्यानमां अनशन पर्यंत आज चार श्रागार जाणवा. इतिश्री तपगत्रियगणिश्रीमणि विजय, तविष्य मुनिश्री बुद्धि विजयत विष्य मुन्यात्मा रामानंद विजय विरचिते जैनतत्वादर्श (गुर्जर भाषांतरे ) सम्यग्दर्शन नियनामा सप्तमपरिच्छेदः संपूर्णः ॥ ७ ॥ ॥ थाष्टमपरिछेद प्रारंभः ॥ या परिछेदमां चारित्रनुं स्वरूप लखियें बियें, चारित्र धर्मना बे नेद बे. एक सर्वचारित्र. बीजं देशचारित्र. तेमां सर्व चारित्र तो साधुमां होय. तेनुं स्वरूप या परिछेदमां लखिये बियें. देशचारित्रना बार नेद a. देशचारित्र गृहस्थधर्म बे. बार व्रतरूप बे. तेनुं किंचित् खरूप लखतां प्रथम स्थूलप्राणातिपात विरमण व्रतनुं स्वरूप लखिये बियें. १ स्थूलप्राणातिपात विरमणव्रतना बे नेद बे. एक द्रव्य प्राणातिपात व्रत, बीजं नाव प्राणातिपात व्रत. द्रव्यप्राणातिपात विरमणत्रतनुं स्वरूप एवं बेके, परजीवने पोताना आत्मासमान जाणीने तेर्जना दश द्रव्यप्राएनी रक्षा करवी. या व्यवहार दयारूप बे. बीजुं नाव प्राणातिपातव्रत. ते पोतानो आत्मा कर्मवश पड्यो थको दुःख पामेबे; वली जावप्राण जे ज्ञान, दर्शन, चारित्रादि, तेर्जना, मिथ्यात्व, कषायादि अशुद्ध प्रवर्त्तनची प्रतिक्षण घात थया करेले, ते कर्मशत्रुनंधी जावप्राणनो घात यतो - Career वास्ते, तथा आत्माने कर्मशत्रुथी बोडावावास्ते उपाय करवा ते उपाय I प्रमाणे. आत्मरमणता करे. परजाव रमणता त्यागे. शुद्धउपयोगमां प्रवर्त्ते. कर्मना उदयमां व्यापक रहे. एक स्वभाव ममता करे. या उपजोग समस्त कर्मशत्रुनो उच्छेद करवाने अमोघ शस्त्रो बे. - र्थात् सकल परजाव इष्ठता दूर करी, स्वरूप सन्मुखरूप उपयोगमां प्रवर्त्ताविj, तेनुं नाम जावप्राणातिपात विरमणत्रत कहियें. तेनुंजनाम जाव. हवे स्थूल नाम मोटा दृष्टिगोचर हाले, चाले तेवा जे प्रसजीव, तेउने संकल्पथी न इ. श्रींयां हिंसाना चार प्रकार बतावीए बीए.
SR No.010519
Book TitleJain Tattvadarsha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijayanandsuri, Mulchand Nathubhai Vakil
PublisherAtmaram Jain Gyanshala
Publication Year1899
Total Pages369
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size24 MB
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