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________________ ३२० श्री मेठिया जैन मन्यमाला विषय साता गौरव (गाव) सातावेदनीय सातावेदनीय कर्म बाँधने ७६१ के दस बोल सातावेदनीय की जघन्य ६९८ ६ १३६ उत्त ३३ गा१६-२०, पनप २३म् २६४ स्थिति अन्तर्मुहूर्त की या बारह मुहूर्त की ? वोल भाग पृष्ठ प्रमाण ६८ १ ७० ठा ३४ २१४ ५१ १ ३० पत्र प २३ २६३, कर्म भा १गा १२ ३४४३ भरा ७३ ६ २८६ पन सातावेदनीय की जघन्य ६१८ ६ १३६ उत्तय ३३ गा १६ २०, स्थिति दो तरह किस विवक्षा प२३ २६४ से कही गई है ? सादिश्रुत सादि संस्थान साधर्मिक श्रवग्रह साधु साधु आलोचना करने योग्य के दस गुण ८२२५८ ४३, शेगा३७-१४८ ४६८ २६८ ठा ६४६५, कर्म भागा ४० ३३४ १ ३४५ भग १६३२४६७, ८ २७४ १ २५६ ६७०३ २५८ गा ६८१, याचा २ १७३२ भ मंगलाचरगा भग २५७६६, टा १० उ ३७३३ साधु थालोचना देने योग्य६७१ ३ २५६ भग २७७६६, १० ३३ मृ. ७३३ के दस गुण साधुओं की सेवा भक्ति के ७०६ ३ ३८३ ३३ ३ १६० परम्परा फल दस साधु और सोने की थाट ५७१ ३ ६ गुणों से समानता पचा १८ गा ३२-३४
SR No.010515
Book TitleJain Siddhanta Bol Sangraha Part 08
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhairodan Sethiya
PublisherJain Parmarthik Sanstha Bikaner
Publication Year1945
Total Pages403
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_related_other_literature
File Size11 MB
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