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________________ (१६) रिपोर्ट लिखी तथा सशोधित की गई । श्रीजैनसिद्धान्त वोल संग्रह के आठवें भाग की पांडुलिपि तैयार की गई और अावश्यक सशोधन परिवर्तन कर प्रेस कापी तैयार की गई। सन् १९४४ के आय-व्यय का संक्षिप्त विवरण १६६०३।।-)। कलकते के मकानों के किराये ११६८५||-) श्री सेठिया जैन पारमार्थिक के मास वारह के संस्था में खर्च हुए १७८२ व्याज , ६३७॥॥मेठिया प्रिंटिग प्रेस में २०१। श्रीमान् लहरचदजी सेठिया से ४५) 'बोर्डिंग खाते 'खर्च हुए प्राप्त हुए शास्त्र तथा दीनो- १००१)महायता में दिये श्री करणादिमें खर्च करने के लिये स्थानकवासी जैन लाय१०१) श्रीमगनवाई स्वर्गीय धर्मपत्नी वेरी श्रीनगर काश्मीरको जेठमलजी मेठिया से प्राप्त हुए ५१) श्रीमहावीर जैन लायवेरी शास्त्रतथा दीक्षोपकरणादिमें श्रीरायसिंहनगर में दिये खर्च करने के लिये १२८||l-J॥ विविध खुदरा ५२००) श्रीमान् सेठ भैरोंदानजी सा सहायता में दिये सेठिया से प्राप्त हुए ३४४६) विद्यालय में वेतन के २००० छात्रवृत्तिदेने केलिये १७३५॥ वाल पाठशाला में २०००) बोर्डिंग के लिये ८८८। कन्या पाठशाला में १२००) सहायता मे देने के लिये १२७५||| ।। सेठिया नाइट कालेज ५५२||३॥ हे बॉफिस में खर्च हुए .७४७०J मेठिया लायबेरी में पुस्तक व समाचारपत्र आदि में ७४]]खर्च विजली तथा पखे का १२६७) कर्मचारियों को महगाई भत्ते के दिये ५०॥ परचुरगा खर्च ८४) मकानों की मरम्मत में ७०७४) कलकते के मकानों का ता० २१ सितम्बर १६४४ को नयादीड श्रॉफ ट्रस्ट वनवायाउममें स्टाम्प,रजिस्ट्री व एटर्नी की फीस के खर्च हुए
SR No.010515
Book TitleJain Siddhanta Bol Sangraha Part 08
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhairodan Sethiya
PublisherJain Parmarthik Sanstha Bikaner
Publication Year1945
Total Pages403
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_related_other_literature
File Size11 MB
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