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________________ NANAK जया १८२ : - श्री सेठिया जैन ग्रन्थमाला. . नाम--- . श्रीश्रेयांसनाथस्वामी, , श्री वासुपूज्यस्वामी १ च्यवनतिथि .. जेठ वदी जेठ सुदी २ विमान, . अच्युत देवलोक प्राणत देवलोक ३ जन्मनगरी . सिंहपुर : चम्पा ४ जन्म तिथि फाल्गुन वदी १२ फाल्गुन वदी १४ ५ माता का नाम , विष्णु ६ पिता का नाम विष्णु वासुपूज्य ७ लांछन खड्गी (गेंडा) महिष ८ शरीर मान ८० धनुष । ७० धनुष ६ कवर पद . २१ लाख वर्ष १८ लाख वर्ष १० राज्य काल '४२ लाख घर्ष ११ दोक्षातिथि फाल्गुन वदो १३ फाल्गुन वदी १५ १२ पारणे का स्थान सिद्धाथपुर महापुर १३ दाता का नाम - नन्द सुनन्द १४ छमस्थ काल २मास १ मास १५ ज्ञानोत्पत्ति तिथि माह वदी १५ । माह सुदी २ १६ गणधर संख्या ७६ १७ प्रथम गणधर, कौस्तुभ सुधर्मा (सुभूम) ८ साघु संख्या । ८४ हजार ७२ हजार १६ साध्वी सख्या १ लाम्ब ३ हजार १ लाख । । २० प्रथम आर्या - धारिणी धरणी २१ श्रावक संख्या २ लाख ७६ हजार २ लाख १५ हजार २२ श्राविका-संख्या ४ लाख ४५ हजार ४ लाख ३६ हजार २३ दीक्षा पर्याय .. २१ लाख वर्ष ५४ लाख वर्षे २४ निर्वाण तिथि सावण वदी ३ आषाढ़ सुदी १४ २५ मोक्ष परिवार : १०००। ६०० २६ आयुमान - ८४ लाख वर्ष ७२ लाख वर्ष - २७ अन्तर मानं.. कुछ कम १ कोटिसागर' ५४ सागर १-१०० सागर ६६ लाख २६ हजार वर्ष क्रम एक कोटि"सागर
SR No.010513
Book TitleJain Siddhanta Bol Sangraha Part 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHansraj Baccharaj Nahta, Bhairodan Sethiya
PublisherJain Parmarthik Sanstha Bikaner
Publication Year1943
Total Pages274
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_related_other_literature
File Size10 MB
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