SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 15
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ श्री विश्वेश्वर गोस्वामी श्री बटुक प्रसाद ग.स्वामी श्री हरिकृष्ण गोस्वामी श्री मगनमल गुलगुलिया श्री चांदरत्न जाशी गत वर्ष श्री रोशनलालजी चपलोत बी० ए० न्यायतीर्थ, काव्यतीर्थ, सिद्धान्तशास्त्री, विशारद को एल एल० बी० का अध्ययन करने के लिए संस्था की ओर से इन्दोर भेजा गया था । वे एल एल० बी० की प्रिमियस परीक्षा में प्रथम श्रेणी मे उत्तीर्ण हुए और उन्हे इस वर्ष एल एल० बी० फाइनल का अध्ययन करने के लिए भी वहीं भेजा गया। कन्या पाठशाला इस पाठशाला मे कन्याश्रो को हिन्दी, गणित, धार्मिक आदि विषयो की शिक्षा दी जाती है तथा सिलाई और कशीदे का काम भी सिखाया जाता है । क्न्याओ की संख्या ४६ से ६२ तक रहो । औसत उपस्थिति ५९ प्रतिशत और परीक्षापरिणाम ८१ प्रतिशत रहा । समाज सेवा श्री श्वे० सा० जैन हितकारिणी संस्था का ऑफिस सम्बन्धी काम सदा की तरह इस विभाग से भुगताया गया तथा अन्य आवश्यक सामाजिक पत्र व्यवहार भी इस विभाग से होता रहा। श्री अमरचंदजी दौलतरामजी बोथरा द्वारा श्वे० स्थानकवासो श्री संघ को दिये गये मकान की मरम्मत भी इसी विभाग के द्वारा कराई गई। उपहार विभाग ___ इस वर्ष भी गत वर्षों की तरह इस विभाग की ओर से १०९) के श्री जैन सिमान्त बोल संग्रह और २७॥॥८॥ की अन्य पुस्तकें भेट दी गई ।
SR No.010512
Book TitleJain Siddhanta Bol Sangraha Part 05
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhairodan Sethiya
PublisherJain Parmarthik Sanstha Bikaner
Publication Year1942
Total Pages529
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_related_other_literature
File Size20 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy