SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 24
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ २२१ ३५० २३४ ( १६ ) बोल नं. पृष्ठ | घोल न० ८१५ पडिसंलीणया के भेद ३६५ | ८७ वारह भेद अवग्रह के २६६ ७७६ पपहवागरण २०८ ७८८ वारह भेद असत्यामृषा ७७७ पन्नवणा (व्यवहार) भाषा के २७२ ७७७ परदेशी राना ०१७ | ७८५ वारह भेद आर्य के २६६ ८०६ परावर्तमान प्रकृतियाँ ३५१/८०३ वारह महीनों मे पोरिसी ८०८ परिषदाएं देवलोकों में ३२५ का परिमाण ३०४ ८०६ पाप प्रकृतियां + ३५१ / ८०२ बारह मास ३०३ ७५३ पिता चक्रव तयो के २६२ |७६६ वारह सम्भोग २६२ ८०-पुण्य प्रकृतिया |७E८ वालमरण के बारह भेद २६८ ७७७ पुष्पचूलिया | ७६२ बुद्धि कम्मिया के दृष्टान्त २७६ ७७७ पुफिया २३३ ८१२ बोधि दुर्बल भावना ३७१ ८०० पूर्णिमा बारह ३०२ ८०८ ब्रह्म देवलोक ३२ ८०३ पोरिसी का परिमाण ३०४ ७७७ प्रज्ञापना सूत्र भ २२१ ८१५ प्रतिसंलीनता के भेद ३६५ ७७६ भगवती सूत्र १३८ ७७५ प्रमासस्वामी ६०1८२० भगवान ऋषभदव के ८०८ प्रवीचार देवों में ३३३ । तेरह भव ४०६ ७५३ प्रव्रज्या चक्रवतियों की २६५ |७७० भगवान महावीर के ७७६ प्रश्न व्याकरण २०८ ग्यारह नाम २०८ प्राणत देवलोक ३२३ |८१२ भरत चक्रवर्ती (अनित्य भावना) ३७५ ७५३ बल चक्रवर्तियों का २६२ २० भव तेरह ऋषभदेव २६० ७८६ वारह उपयोग भगवान के ४० ७७७ वारह उपांग २१५/८१२ भावनाओं के दोहे ३७६ ८१२ भावना बारह ३५५ ७५२ वारह गुण अरिहन्त के २६० ७८३ बारह चक्रवर्ती २६०/८१२ भावना भाने वाले ८०८ वारह देवलोक महापुरुषों का परिचय ३७८ ७६४ (क) वारह व्रत | ७६४ भाव त श्रावक के' २८० ८१२ बारह भावना ३५५/७७६ भाषा के बारह भेद २३८
SR No.010511
Book TitleJain Siddhanta Bol Sangraha Part 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhairodan Sethiya
PublisherJain Parmarthik Sanstha Bikaner
Publication Year2051
Total Pages506
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_related_other_literature
File Size17 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy