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________________ E जैन-गौरव-स्मृतियां . . ..... .. = - सालूर में भी आपकी दुकाने है। ... .. * सेठ रिखवाजी गणेशमलजी नेल्लौर गुढा बालोतरा निवासी आप. पोरवाल जातीय श्वेताम्बर जैन हैं । सो व चांदी के आभपण व फैन्सी डिजाईन के बतन निर्माता के रूप में आपकी फ विख्यात है । आप बड़ें धर्म प्रिय मिलनसार सज्जन हैं। .. . ★ सेठ जवानमलजी गणेशमलज़ - - नैलोर ..... .. ....... . । करीव १४ वर्ष से आपकी फ nine नेल्लोर में प्रतिष्ठित है। इस श्रीम . फर्म पर सोने व चांदी के जेवर तथ . चांदी के बर्तन तैयार मिलते हैं। बता : फैन्सी डिजाईन के सुन्दर कारीगरी युर बनने से दृर २ तक बिकने जाते हैं : फर्म की सच्चाई व असली माल वे लिये बड़ी. प्रतिष्ठा है। सेठ जवानमलजी गणेशमलजी बई .. .. ...: उदार सज्जन है।। - *सेठ सुपार्श्वमलजी चौरड़िया, नीलकुप्पम .. - नागार निवासी सठ मांगीलालजी चौरडिया के सुपुत्र सेठ सुपार्श्वमलजी ब . मिलनसार संज्जन है । नीलीकुसुप्पम में आपकी फर्म एक प्रतिष्टित श्रीमंत मान जाती है । अापके ५ पुत्र हैं-श्री धनरूपमलजी, कल्याणमलजी, हस्तीमलर्ज़ जंवरीमलजी व चंचलमलजी | धनरुपमलजी इन्टर में पढ़ रहे हैं और होनहा युवक है। . 'सुपार्श्वमल धनरुपमल' के नाम से जवाहगत का तथा साहूकारी लेन दे का व्यवसाय होता है । *सेठ छोटेलालजी अजीतसिंहजी, गुलावपुरा (मेवाड़) ... 'मेसस छोटेलालज अजीतसिंह' फर्म गुलाबपुरा व विजयनगर में अपने विशेष प्रतिष्ठा रखदी है। . फर्म के मालिक सेठ सौभाग्यचन्दजी नाहर टांटोटी निवासी हैं। आप ए उदार प्रकृति के सज्जन है । शिक्षा, धर्म व समाज के कार्यों में सदा सक्रिय सहयोग रहते हैं। फर्म की ओर से परोपकारी कार्यो में सदा सहायता दी जाती है. फर्म की उन्नति में श्री किन्तूरचंदजी नाहर का विशेष सहयोग है। आप श्री नानव जन छात्रालय के मंत्री हैं।
SR No.010499
Book TitleJain Gaurav Smrutiya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManmal Jain, Basantilal Nalvaya
PublisherJain Sahitya Prakashan Mandir
Publication Year1951
Total Pages775
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size44 MB
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