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________________ .... मजा लूणावत, गाडर वाडा जैन-गौरव-स्मृतियाँ ७१७ . . . सेठ भोजराजजी लूणावत, गाडर वाडा श्री कुन्दनमलजी के पुत्र श्री भोजराजजी की आयु ५२ वर्ष की है। समाजिक तथा धार्मिक कार्यों में आप बड़े उत्साह से भाग लेते रहते हैं । आपके सुखनालजी उम्र १७ वर्ष शान्तिलाली १५ वर्प, नेमीचन्दजी ६ वर्प एवं अशोककुमारजी २ वर्ष नासक चार पत्र हैं । स्थानीय जैन समाज के विशिष्ट व्यक्तियों में आपकी गणना है। "रामलाल पनमचन्द" नामक आपकी फर्स पर गल्ला एवं किराने का व्यापार होता है। * सेठ धनराजजी कोठारी दारहवाला .. आपका जन्म संवत् १६४? आपाढ़ ... कृष्णा ८ का है याप एक वयोवृद्ध समाज हितैपी, धर्म निष्ठ उदार चरित्र सज्जन TAR .. . . स्थानीय जैनसमाज में बड़ी प्रतिष्ठा '. , सेठ चिरजीलालजी बड़जात्या, वर्धा युवकों सी कर्मठता और जोश रखने वाले जैनसमाज के अनोख कार्य कर्ता जैनसमाज में एक्यता स्थापित करने में सतत प्रयत्न शील । भारत जैन महा मंडल के प्राण । उत्साही कार्य कर्ता होने के साथ साथ परम उदार है। पायों व सार्वजनिक कार्यो में तन मन धन विविध सहायक रहते है। " . . .
SR No.010499
Book TitleJain Gaurav Smrutiya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManmal Jain, Basantilal Nalvaya
PublisherJain Sahitya Prakashan Mandir
Publication Year1951
Total Pages775
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size44 MB
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