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________________ जैन-गौरव-स्मृतियाँ .. * ... सेठ मंगलचन्दजी के भीकमचन्दजी सवाईचन्दजी, कोमलचंदजी रतन. चन्दजी और नीलमचन्दजी नामक पांच पुत्र हैं । जिनकी आयु कमश ३५, ३२. २६, १८ एवं १४ वर्ष की है । "मंगलचन्दजी भीखमचंदजी" के नाम गोटे गांव में गल्ले का व्यापार, भीखमचन्द सवाईचंद के नाम करक वेल में गल्ले का और कोमलचंद भूपेन्द्रसिंह के नाम से सर्राफी साहूकारी का काम होता है गोटे गांव में सीनेमा हाउस का निर्माण हो रहा है जो कि सिंघवी टाकीज से प्रचालित होगा। श्री भीकमचंदजी, सवाईचंदजी, कोमलचंदजी, आप तीनों. वन्धु मिनलसार, . सद्गुणी और योग्य कार्य कर्ता हैं। सेठ सवाई सिंगई नाथुरामजी जैन-नरसिंहपुरा (सी० पी० ) फागुल्ल गोत्रोत्पन्न दिगम्बर जैन सज्ज्न श्री सवाई सिंगई घासीरामजी और के सुपत्र सवाई सिंगई नाथुरामजी का जन्म सं० १४४ माघ सुदि = का है। सफल व्यवसायी जाति सेवक तथा उदार हृदय महानुभाव है। स्थानीय जैन प्रचार सभा को श्रापका सक्रिय सहयोग रहता है । सवाई सिंगई गोकुलचंदजी और सवाई सिंगई मिश्रीलालजी नामक आपके दो पुत्र हैं जो बड़े ही योग्य युवक हैं । "सवाई सिंगई घासीरामजी नाथुरामजी जैन" के नाम से आपकी फर्म पर माल गुजारी, काश्तकारी, कपड़ा एकां साहूकारी का काम होता है। स्थानीय जैन समाज में आपका परिवार बड़ा प्रतिष्ठि एवं सम्मानित्त है। .. ★ सेठ लालचंदजी चोपड़ा सहसपुर (द्रुग) ------ लोहावट (जोधपुर) निवासी सेठ सुकालचन्दजी व्यापार हेतु छत्तीस गढ़ (मध्यप्रान्त) में आकर व्यवसाय चाल किया आपके पौत्र श्री सेठ नवलचन्दजी के पुत्र लालचन्दजी एक सफल व्यवसायी एवं धार्मिक सज्जन हैं। समय २ पर आप धर्म सम्बन्धी एवं शिक्षा सम्बन्धी कार्यों में उत्साह से भाग लेते हैं। काग्रेसी विचारों के राष्ट्रीय कार्यकर्ता है एवं अर्से से ग्राम पचायत के प्रमुख है। "अधिक अन्न उप जाओं" कार्य में विशेष ध्यान देकर स्वयं कास्तकारी करवाते है। आपली फर्म पर. काश्तकारी (१२५ एकड़) एवं गल्ला, आढ़त का काम होता है. आपके काका श्री रेखचन्दजी एक धर्मनिष्ठ मिलनसार सज्जन है। : .. ... .. . .1
SR No.010499
Book TitleJain Gaurav Smrutiya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManmal Jain, Basantilal Nalvaya
PublisherJain Sahitya Prakashan Mandir
Publication Year1951
Total Pages775
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size44 MB
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