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________________ जैन-गौरव-स्मतियाँ - - १६). . .. .. ........ . .. ..' 7 . .- . manuhan 5 . - वाल जैन हाई स्कूल व ओ० औषधालय के खजांची रह हैं। दी कर्मा कामर्शियल एक्सचेंज लि० के मैंनेजिंग डायरेक्टर हैं। सेठ रामलाल लूणिया बैंकर्स : ५ के नाम से बाजमेर में सोने चांदी का व्यवसाय : होता है। बड़े उदारचेता संज्जन हैं। .. .. __आपके ज्येष्ठ पुत्र श्री अमरचंदजी भी एक सुवि- .. चार वान सार्वजनिक कार्यों में उत्साह पूर्वक सक्रिय : सहयोग करने वाले युवक हैं । व्यापार में सहयोग . --- कर रहे हैं । युवक समाज में अच्छी प्रतिष्टा है। ". कुं. अमरचंदजी लूणिया : -: ; : ..:.::... ...................... ★सेठ इन्दरचन्दजी बड़जात्या, अजमेर - आपका मूल निवास स्थान सांखुन रियासत जयपुर है । वहां से करीव १२५ - वर्ष पूर्व सेठ चम्पालालजी, बड़जात्या व्यापारार्थ अजमेर आये । आपके अमोलक चन्दजी नामक पुत्र हुए. जो बड़े धर्मात्मा और बुद्धिशाली व्यक्ति हुए। जिनके सेठ इन्दरचन्दजी तथा .. धन्नालालजी. नामक दो पुत्र विद्यमान है। सेठ इन्दरचंदजी-आपने अपनी तीन प्रतीभा और बुद्धि से अपना कारोबार बड़ा ... चमकाया । प्रारम्भ में आपने कई बड़ी २ फर्मों पर मुनीमात की। खजाने में भी आपने नौकरी की । तत्पश्चात एक माहेश्वरी सज्जन की साझेदारी में गोटे किनारी की दुकान की । साधारण स्थिति से ऊँचे उठकर . आज आप अजमेर के एक बड़े प्रतिष्ठित भीमन्त माने जाने लगे हैं। . .., .. आपका गोटे का एक बहुत बड़ा कारखाना जोअजमेर का सबसे बड़ा गोटेका कारखाना कहा जा सकता है। कारखाने में पक्का व . चा गोटा बहुत बड़ी मात्रा में तैयार होता है तथा भारत के कोने २ में जाता है । फर्म का नाम 'सेठ इन्द्रचन्द कुन्दनमल बड़जात्या गोटे वाले' पड़ता हैं । आप धार्मिक सामाजिक और हर सार्वजनिक कार्यों में बड़ा दारता पूर्वक सहायता करते हैं। . -- FICINE . TTEmirandari SETTE
SR No.010499
Book TitleJain Gaurav Smrutiya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManmal Jain, Basantilal Nalvaya
PublisherJain Sahitya Prakashan Mandir
Publication Year1951
Total Pages775
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size44 MB
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