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________________ जैन- गौरव स्मृतियां एएमस K ६५३ 美香茶 ★ श्री जौहरीलालजी ओस्तवाल मेड़तासिटी [ जोधपुर ] सं० १६६८ में श्री हीरालालजी के घर श्री जौहरीलालजी का जन्म हुआ। जौहरीलालजी धर्मप्रेमी, उदार चेता एवं जन हितकारी सज्जन हैं । आप " चतुर्भुज धर्मशाला" के प्रबन्धक 'गौशाला मेड़ता' तथा पार्श्व नाथ मन्दिर एवं "जिर्णोद्धार कमेटी पारसनाथ मंदिर फलोदी के सदस्य है। म्यूनिसिपल कमेटी मेड़ता के वाइस प्रेसीडेन्ट के पद पर रह कर आप जनता की सेवायें कर रहे हैं। आपके पुत्र भारतसिंहजी अभी विद्याध्ययन कर रहे हैं । सेठ सुलतानमलजी, सकलेचा एस. एस. जैन, सिंगापेरुमल कोइल" (मद्रास) आपकी जन्म भूमि जैतारण है । जन्म सं० १६४६ पोष कृष्णा ५ । पिताजी का नाम शाह श्रीहस्तीमल जी । आप सफल व्यवसायी, उदार दिल एवं प्रगतिशील सुधार प्रिय हैं । " जीव रक्षा प्रचारक सभा के आप सभापति हैं और ग्रामों २ में जाकर पशु बलि बन्द " करवाई | स्थानीय कांग्रेस सभा एवं पंचायती बोर्ड के प्रतिष्ठित सदस्यों में आपका नाम हैं । आप अपने जीवन में लगभग १०-१५ संस्थाओं के सभापतित्व ग्रहण कर चुके हैं । अंग्रेजी, हिन्दी, मराठी, मोड़ी मारवाड़ी एवं गुजराती के जानकार है। एक अच्छे लेखक भी हैं । आपने एक हजार वर्ष का एक सुन्दर कैलेण्डर बनाया जिससे आप की बुद्धिमानी का परिचय मिलता है । मद्रास प्रान्त में चिंगल पेठ जिले के सिंग पेरुमाल कोइल में आपकी फर्म पर शुद्ध चांदी सोने के जेवर का लेन देन, रहन रखना मनिलेन्ड्रर्स वॉड पर रुपये देना इत्यादि कार्य होते हैं । ★ श्री सेठ मोहबतमलजी मोदी, सिरोही, श्री सेठ सोहनलालजी के पुत्र श्री मोहब्बतमलजी १० वर्षीय व्यापार दक्ष सज्जन हैं । “मोदी एन्ड सन्स" के नाम से मोटर सर्विस का विजनिस करते हैं ।
SR No.010499
Book TitleJain Gaurav Smrutiya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManmal Jain, Basantilal Nalvaya
PublisherJain Sahitya Prakashan Mandir
Publication Year1951
Total Pages775
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size44 MB
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