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________________ जैन-गौरव-स्मृतियाँ ६४ गरिकार सम्मानित है । "गणेशमल भीमराज" के नाम से सिवाने और "भीमराज रतन चन्द" के नाम से शोलापुर में कपड़े का व्यवसाय होता है। . ★भी योकचंदजी वकील भोनमाल आप स्थानीय प्रतिष्ठित सेठ छोगामलजी के पुत्र है । हाई स्कूल के निर्माण में आपका प्रमुख हाथ रहा है । जैन स्वतंत्र संघ के आप प्रेसीडेंट है। आपके श्री सम्पतराजजी और उगमराजजी नामक दो पुत्र है । आपने बी. ए. एल. एल. बी. किया है । स्वभाव के सौम्य सज्जन हैं । जनहित कार्यों में आप विशेष लिचस्पी में भाग लेते हैं। पौढ शिश में आएकी विशेष अभिरूचि है। 187 ns. ..cale A Nilima *श्री सुलतानमलजी वकील, वाढमेर सेठ परशरामजी के सुपुत्र । उम्र ३२ वर्ष । आप ४ भाई है। सबसे बड़े आप ही है। छोटे श्री रामदानजी, पोकरदासजी व भँवरलालजी तीनों साहकारी लेन देन का व्यवसाय करते है। श्री मुलतानमलजी एक लोकप्रिय व्यक्ति हैं । म्यूनिसिपल बोर्ड के श्राप उपाध्यक्ष एवं अध्यन्न कई श्रम तक रहे है। सार्वाजनिक वाचनालय के समा. पति रहे ।वनमान में चाय काऊट एसोसियेशन के सभापति है । आप सदा से कुशाग्र बुद्धि छात्र र पीर कई बार नर्व प्रधान गाने से छात्रवृत्ति भी प्राप्त की। फुट बाल आदि खेलों में अच्छी रुचि है। यानीय प्रत्येक सायं- . अनिक कार्यों में आपका अच्छा सहयोग .... .. . - ... 2: •
SR No.010499
Book TitleJain Gaurav Smrutiya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManmal Jain, Basantilal Nalvaya
PublisherJain Sahitya Prakashan Mandir
Publication Year1951
Total Pages775
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size44 MB
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