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________________ - जैन-गौरव-स्मृतिः *सेठ सोहनलालजी गोलेला, जयपुर ____ फर्म की स्थापना सन् १८८० में हुई। वर्तमान में फर्म का संचालन सोहनलालजी गोलेछा करते हैं । दोसा, जयपुर तथा भीलवाड़े में आपकी सोपस्टोन की मिले हैं । “सुप्रियम जनरल फिल्म के लि० बम्बई के आप प्रमुख हिस्सेदार है इसी के आधार पर आप फिल्मों के डिस्टीन्यूटर्स हैं । जयपुर में प्रेम प्रकाश और भवानी टाकीज नामक दो टाकीज भी हैं। २ वर्ष हुए जे० एल० एण्ड एस० कोस्मेटिक लिमिटेड" के नाम से जयपर में एक तैल की बड़ी कंपनी स्थापित की । जयपुर चेम्बर आफ कामर्स एकां राजस्थान चेम्बर आफ कामर्स के आप प्रेसीडेण्ट हैं। आप अपने समाज के एकां जयपर के लब्ध प्रतिष्ठित एवं सुयोग्य नागरिक है। आपके पुत्र हरीशचंद्रजी गोलेला प्रतिमाशाली होनहार नव युवक है । फर्म पर कार्पेट, ब्रस ब्रासइनामिल मेन्युफेक्चर्स बैंकर्स मनीएक्सचेंज, गार्नट, मर्चेन्ट आदि • का व्यवसाय होता है । इसके अतिरिक्त इस फर्म पर स्टेंडर्ड वक्युम आइल कंपन के तैल और पेट्रोलियम प्रोडक्टस की एजंसी और नेशनल एनिमल एण्ड कर केमिकल कं० के रंग की एजेन्सी है । यह फर्म अलन फेल्ट मेंयुफेक्चर भी करती है . . ★सेठ राजमलजी सुराणा, जयपुर . जन्म सं० १९६४ में हुआ जयपुर के ओसवाल समाज अच्छे प्रतिष्ठत व्यक्ति माने ज है। धार्मिक कार्यों आप उत्सा के साथ भाग हैं । आपके पुत्र है जोकि बड़े ही योग एवं होनहार है। ___ जयपुर म्युनिसिपल के का । न्सीरलर, आनरेरी मजिस्ट्रेट। अन्यान्य सभा 'संस्थाओं उच्च पदाधिकारी रह चुके है। व्यापारिक क्षेत्र के अतिरि आप लोकोपयोगी संस्थाओं: भी विशेष रुचि रखते हैं। - मेसर्स "भूरामल राजम सुराणा" नामक फर्म पर जवा रात, हीरा, मोती आदि । व्यवसाय होता है फर्म से इम्पोर्ट व एक्सपोर्ट भी होता है। . । .. . AM :: .-5 ." FC '. V Mr. M. . S .. AN R MAR . CHR
SR No.010499
Book TitleJain Gaurav Smrutiya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManmal Jain, Basantilal Nalvaya
PublisherJain Sahitya Prakashan Mandir
Publication Year1951
Total Pages775
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size44 MB
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