SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 593
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ जैन-गौरव-स्मृतियां श्रीमाल के कटले बीकानेर में कपड़े की दुकान है। श्री भंवरलालजी एक आधुनिक विचारारके भंभीर और सर्वजनिक कार्यों के प्रति पूरी दिल चस्पी रखने वाले हैं। है जैसराजजो सौगानी "निमोही" सुजानगढ़ (बीकानेर) श्री नथमलजी सौगानी के पुत्र श्री जैसराजजी सौगानी का जन्म सन् ६ अक्टूबर १९३१ का है। साहित्य सम्मेलन से विशारद उत्तीर्ण एवं साहित्य प्रेमी हैं और यदा कदा ऋविता एवं लेखादि भी लिखते रहते है । समाज सुधारक एवं प्रगति शील विचारों के उदार चेता उत्साही नव युवक है। अ, विश्व जैन मिशन अलीगन्ज (एटा) के सक्रिय सदस्य । श्री पूज्यपाद क्षुल्लक सिद्धि सागरजी का लिखित कर्तव्य नामक ट्रेक्ट प्रकाशित करवा कर अमूल्य वितीर्ण किया। समाज को आपसे बहुत आशायें है। कलकत्ते में नं० १५ नृग्मल लाहिया लेन पर 'हरका चन्द जैसराम एण्ड कम्पनी' नामक फर्म पर जूट का व्यापार एवं "दि न्यू इण्डिया एश्युरेन्स कम्पनी लिमिटेड" कलकत्ता के एजेन्ट है। *सेठ पूनमचंदजी नाहटा, भादरा | आपके परिवार में सेठ लक्ष्मीचंदजी ::...... एक नामांकित व्यक्ति हुए । सं० १६५३ में हिसार जिले में सारंगपुर नामक गाँव खरीदा। ६ वर्ष तक बीकानेर स्टेट असेम्बली के मेम्बर रहे । सदा राज्य मन्मानित रहे । आपके पुत्र सेठ भैरोंदानजी के पुत्र श्री पूनमचंद जी हैं । जन्म सं १९५८ आसोज । सुदी :५ पूर्वजों की तरह ही प्रतिष्ठित है। सं० १९८५. में बीकानेर स्टेट असेम्बली के मेम्बर नियुक्त हुए। . भादरा म्युनिसिपल कमेटी के वाइस . प्रेस डेण्ट भी रहे । आपके यहां जिम्मल लखमीचन्द' के नाम से वैकिंग व जमीदारी का कार्य होता है। कानर ... ATI S 18 1- . . .. . . . :
SR No.010499
Book TitleJain Gaurav Smrutiya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManmal Jain, Basantilal Nalvaya
PublisherJain Sahitya Prakashan Mandir
Publication Year1951
Total Pages775
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size44 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy