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________________ (२३) (२३) प्रश्नः कच्चा निमक सचेत या अचेत ? उत्तरः सचेत. (२४) प्रश्नः निमक में कैसे जीव हैं ? । उत्तरः पृथ्वी कायके जीवों. (२५) प्रश्नः पृथ्वी कायके जीवों अन्य किस्में हैं ? उत्तरः खडी, खार, मिट्टी, पत्थर, हिंगलु, हरताल गेरु, गोपीचंदन, रत्न, परवाल आदि में. (२६) प्रश्नः जुवार का दाना जितनी पृथ्वीकाय में कि तने जीव हैं ? उत्तरः असंख्याता. (२७) प्रश्नः पानी में कैसा जीव है ? - उत्तरः अपकाय. (२८) प्रश्नः हरी में कैसे जीव हैं ? उत्तरः वनस्पतिकाय. (२६) प्रश्नः वनस्पतिकाय जीवों कहां २ होते हैं ? उत्तरः पेड, पोधा, जड़, धड़, शाखा, प्रतिशाखा फूल, पत्ता वीज आदि हरी में वनस्पतिकाय जीव होते हैं. (३०) प्रश्नः वनस्पतिकाय जीव कितने प्रकार के होतेहैं? . . उत्तरः दो. प्रत्येक व साधारण, (३१) प्रश्नः प्रत्येक वनस्पति किसको कहते हैं ? उत्तरः प्रत्येक शरीर में एक २ जीव होते हैं सो प्रत्येक वनस्पतिकाय, . (३२) प्रश्नः साधारण वनस्पतिकाय किसको कहते हैं ? -. : उत्तरः प्रत्येक शरीर में अनंता जीव होते हैं उस : को साधारण वनस्पतिकाय कहते हैं.
SR No.010487
Book TitleShalopayogi Jain Prashnottara 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDharshi Gulabchand Sanghani
PublisherKamdar Zaverchand Jadhavji Ajmer
Publication Year1914
Total Pages77
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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