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________________ + २८-सम्मान देवराव बडेवर ९४४-रमेश देवप्प २९-बार मेरस -कविराज प्रधान मादि भोजपर्म ९९ रामसारी ११५ १.ननोगेके महाग ९८४८-म्पगोडपोर जैनधर्म १११ 1-साना कामदेव ९९ .९-नताका धर्म भोर १२-रामा हम्मीर भग्वेन्द्र ५.-भवणवेगोन और नर्म ५१-लोषण तेच १२. १-मेव मरसन नरेशों के ५२-कृष्ट १२२ ५३-तनिधि ३४-अवशेष सामंत भोर ५४-3खरे अन धर्म १.२ ५५-सेनापति सिरियन १२५ १५-तनिधिके सामन्त ५६-'उदर बंज' गुरु परंपरा १२५ जैनधर्म प्रभावक १.३ ५७-इलिंगेरे १२८ ३६-भावालताम्के महाप्रभु ५८-रामदुर्ग और दानवुलप'दु १२९ और जनधर्म ५९-शृङ्गरिब नरसिंह राजपुर १३. ३७-कृप्परके शासक ६०-पाश्ववस्ती' मंदिर १५. और अनधर्म ११-मिनेन्द्र मंगम् १३. ३८-सावन्त मुद्दप्प ६२-बागकुरन मुलिक मारिद्र १११ ३९-गोप महाप्रभू १.७६१-कारका ४.-करियप्य बनायक १.८ ४१-रामनायक | ६५-तकान मेनाहित्य ४२-विण्यनगरके भनेक सेनापति । भौर का ११६ मोर गनमन्त्री जैन ये १.९/१६-दक्षिणमारतानाचार्य १३६ १-मंत्री इग्नाप्प ११.६७-स मन्य भाषायें १३६ ४४-सेनापति र भोर ६८-सम्कत भाषा यि १३० एमाप्प १९१६९- साहित्य भार १०७ १३२ गण सारस्वतगया १९३ .-नधर्म पनि कारण १४.
SR No.010479
Book TitleSankshipta Jain Itihas Part 03 Khand 05
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamtaprasad Jain
PublisherMulchand Kisandas Kapadia
Publication Year
Total Pages171
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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