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________________ तृतीय परिशिष्टके आधारभूत टीकादि ग्रन्थ अन्य-भाषा संस्कृत ग्रन्थकार-नाम पं० आशाधर वीरनन्दी रत्नकीर्ति देवसेन पं. आशाधर प. टोडरमल्ल नेमिचन्द्र (द्वितीय) हिन्दी संस्कृत नेमिचन्द्र ( द्वितीय) अभयचन्द्र ग्रन्थ-नाम अनगारधर्मामृत-टीका आचारसार आराधनासार-टीका आलापपद्धति इष्टोपदेश-टीका क्षपणासार-भाषाटीका गोम्मटसार-कर्मकाण्ड-टीका (जीवतत्वप्रदीपिका) गोम्मटसार-जीवकाण्ड-टीका (जीवतत्वप्रदीपिका) गोमटसार-जीवकाण्ड-टीका (मन्दप्रबोधिका) चारित्रप्राभृत-टीका चारित्रसार जम्बूस्वामिचरित जयधवला ( कषायप्राभृन-टीका ) तत्त्वार्थ-वार्तिक-भाष्य तत्त्वार्थ-वृत्ति (श्रुतसागरी) तत्वार्थ-वृत्ति-टिप्पण तत्त्वार्थ-श्लोकवार्तिक-भाष्य दर्शनप्राभृत-टीका द्रव्यसंग्रह-टीका द्रव्यस्वभावनयचक्र-टीका धवला (षटखण्डागम-टीका) नियमसार-टीका ( तात्पर्यवृत्ति) न्यायकुमुदचन्द्र (लघीयस्त्रय-टीका) परमात्मप्रकाश-टीका पचाध्यायी पचास्तिकाग-तत्त्वप्रदीपिका-वृत्ति पचास्तिकाय-तात्पर्यवत्ति ममेयकमलमार्तण्ड (परीक्षामुख-टीका) संस्कृत संस्कृत-प्राकृत श्रुतसागर चामुण्डराय पं० राजमल्ल वीरसेन, जिनसेन अकलङ्कदेव श्रुतसागर प्रभाचन्द्र विद्यानन्द श्रुतसागर ब्रह्मदेव (अज्ञात) वीरसेनस्वामी पद्मप्रभ (मलधारी) प्रभाचन्द्र ब्रह्मदेव पं० राजमल्ल अमृतचन्द्र जयसेन प्रभाचन्द्र संस्कृत-प्राकृत संस्कृत
SR No.010449
Book TitlePuratan Jain Vakya Suchi 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1950
Total Pages519
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size33 MB
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