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________________ कोल्हापुर राज्य । ( २८ ) कोल्हापुर राज्य । इसके मुख्यस्थान नीचे प्रकार हैं (१) अटला - ग्राम, कोल्हापुर शहरसे उत्तरपूर्व १२ मील, वरण नदी दक्षिण छ मील | यहां रामलिंगका जो गुफा मंदिर है वह वास्तव बौद्ध या जैनका होगा। अब वहां ब्राह्मण पूजा होती है। (२) कोल्हापुर शहर - यह बहुत प्राचीन स्थान है। यहां पासमें सन १८८० के लगभग एक बड़े स्तूपके भीतर एक प्राचीन पिटारा मिला था जिसमें सन ई० की तीसरी शताब्दी के राजा अशोक के समय अक्षर हैं। यहां अबाबाई मंदिर मंदिर. सेशासायी मंदिर जो इनके पाषाण नगरके दूसरे बहुत अच्छी है । नकल है वे जैन मंदिरो भाग हैं । स्थानोंसे लाए गए हैं उनमें खुदाई [ १५१ नगारखाना- इसमें जैन मंदिरों लाए हुए खुदाईके पाषाण है। जैन वस्ती - हेमदपंती ढंगका एक प्राचीन जैन यह ७३ फुट १३ फुट हैं। मंदिरजीके पास दो लेखके पाषाण शाका १०९८ और १०६६ के हैं । मंदिर यह शिलाहार (३) पावल गुफाएं - जोतिबाकी पहाड़ीके पास कोल्हापुरसे ५ मील | यहां एक बड़ी गुफा ३४ फुट चौकोर है जिसमें १४ स्वम्भे हैं | अलटाके पास पूर्वकी तरफ एक प्राचीन जैन कालिज (old jvin coll go ) है जिसपर ब्राह्मणोंने अधिकार कर लिया है। (४) रायबाग - कोल्हापुर से दक्षिण पूर्व २० मील, चिकोइसे उत्तर पूर्व २४ मील | कहा जाता है कि यह जैन राजाओंकी राज्यधानी ग्यारहवीं शदीमें थी। वैसे ही बेरूद खेलना, शंखे
SR No.010444
Book TitlePrachin Jain Smaraka Mumbai
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShitalprasad
PublisherMulchand Kisandas Kapadia
Publication Year1982
Total Pages247
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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