SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 75
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 48 पल्लीवाल जैन जाति का इतिहास द्वारा कारित एव प्रतिष्ठित प्रतिमा श्री नेमनाथ जिनालय के श्री शान्तिनाथ मन्दिर ( कुलिका ) मे विराजमान है । - ( अर्बुद प्रा० जे० स० लेखांक - 492 ) (13) बीकानेर - वि स 1373 वैशाख शु० 7 सोमवार की पल्ली० से० पासदत्त द्वारा से० नरदेव के श्रेयार्थ कारित एव चत्र गच्छीय श्री पद्मसूरि द्वारा प्रतिष्ठित श्री शातिनाथ प्रतिमा श्री चिन्तामणि ( चडबीसरा ) जिनालय मे विराजमान है। इसी नगर के श्री महावीर मंदिर मे वि स 1390 वैशाख कृ० 11 पल्ली० ० ठ० मेघा द्वारा पिता अभयसिंह माता लक्ष्मी के श्रेयार्थ कारित अम्बिका मूर्ति विराजमान है । ( बीकानेर जे० ले० संग्रह, (लेखक 1539) 5 ク ( 14 ) बूदी - वि स 1631 माघ शु० शुक्रवार की पल्ली शाह राजपुत्र धर्मसी के पुत्र प्रियवर द्वारा कारित एव वृहद् गच्छीय श्री शान्तिभद्र सूरि द्वारा प्रतिष्ठित श्री विमलनाथ पचतीथी श्री पार्श्वनाथ मन्दिर मे विराजमान है । [ प्रतिष्ठा लेख संग्रह (विजयमागर जी) प्र० भा० ले० 738)] ( 15 ) हिन्डौन - वि स 1793 बैसाख शु० 3 शनिश्चर की नगरवासी के पल्ली • नोलाठिया गोत्रीय श्री लक्ष्मीदास पत्नी धौकनी के पुत्र शाह देवीदास द्वारा कारित एव विजयगच्छीय श्री तिलकसागर प्रतिष्ठित श्री ऋषभदेव प्रतिमा जिसकी प्रतिष्ठा हिन्डौन मे ही हुई थी । यह लेख श्री मन्दिर जी के दरवाजे पर है । उक्त शाह देवीदास ने उक्त गच्छीय प्राचार्य से वि सवत् 1796 फा० शु० 7 शुक्रवार को श्री पार्श्वनाथ प्रतिमा प्रतिष्टित
SR No.010432
Book TitlePallival Jain Jati ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAnilkumar Jain
PublisherPallival Itihas Prakashan Samiti
Publication Year
Total Pages186
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy