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________________ आठवाँ परिच्छेद उत्सुक हैं। क्या आप थोड़ी देरके लिये उसे मेरे साथ भेजनेकी कृपा न करेंगे ?" राजा दधिपर्ण भीमरथका यह अनुरोध भला कैसे. अमान्य कर सकते थे? उन्होंने उसी समय कुञ्जको भीमरथके साथ कर दिया। भीमरथ उसे सम्मान पूर्वक. अपने महलमें लिवा ले गये। वहाँ उन्होंने उसे चावल. आदि देकर अपनी अद्भुत विद्याका चमत्कार दिखलानेको कहा। कुब्जने, उस सामग्री द्वारा क्षणमात्रमें उसी तरह स्वादिष्ट भोजन तैयार कर दिया, जिस प्रकार उसने पहले दधिपर्ण राजाके यहाँ तैयार किया था। राजा भीमरथने सपरिवार उन पदार्थीको चक्खा। दमयन्तीको उन्होंने वह चीजें विशेष रूपसे खिलायीं, क्योंकि. उसीके कहनेसे उसकी परीक्षाका यह आयोजन किया गया था। . ___ कुब्ज द्वारा बना हुआ वह भोजन चखते ही दमयन्तीने पितासे कहा:-'अब मुझे पूरा विश्वास और प्रतीति हो गयी है, कि यह - पदार्थ मेरे पतिदेवके. ही बनाये हुए हैं। ये कुब्ज या वामन किस प्रकार हो
SR No.010428
Book TitleNeminath Charitra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKashinath Jain
PublisherKashinath Jain Calcutta
Publication Year1956
Total Pages433
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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