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________________ विनोदकुमार आप श्री गुमानीचन्दजी के पाचवे पुत्र हैं। आपकी धर्मपत्नी का नाम कमला जैन है। व्यवसाय एव निवास-पिता के साथ । .-1 श्री बुद्धसेनजी सिंगवी-दिल्ली बुद्धसेन जी का जन्म छोगमल सिंगवी के घर मुलतान मे हुआ था। स्कूली शिक्षा के बाद आप पैतृक व्यवसाय मे कार्यरत हो गये। पाकिस्तान बनने के बाद आप पहले कुछ समय तक जोधपुर मे रहे । उसके बाद आप दिल्ली आ गये और दिल्ली में अपना सूत गोले का व्यवसाय कर रहे हैं। आपकी धर्मपत्नी का नाम मोहिनी है । आपके संदीप जैन एक पुत्र एव तीन पुत्रिया हैं। ___ व्यवसाय-बस्ती हरफूलसिंह सदर थाना रोड, देहली Paraman - -- - r Frta श्री दीवानचन्द सिंगवी श्री दीवानचन्द जी सिंगवी आपका जन्म गेलाराम सुपुत्र श्री जस्सुराम सिंगवी के घर डेरागाजीखान मे हुआ था। आप कर्मठ कार्यकर्ता एवं अच्छे व्यवसायी व्यक्ति थे। पाकिस्तान वनने पर जहा लोग अपने परिवार को सुरक्षित भारत पहुचाने के लिए व्याकुल थे वहाँ आप समाज एव धर्मायतन जिन प्रतिमाये एव शास्त्र भण्डार को भी सुरक्षित अपने साथ भारत लाने के लिए प्रयत्नशील थे । आपके सहयोग का ही यह परिणाम है कि हमारी बहुमूल्य निधि सुरक्षित भारत पहुंच सकी है। कुछ दिन जयपुर मे व्यवसाय करने के पश्चात् आपने दिल्ली जाकर अपना व्यवसाय प्रारम्भ किया। व्यावसायिक उन्नति के साथ साथ आपने धार्मिक idly . .. 1761 • मुलतान दिगम्बर जैन समाज-इतिहास के आलोक में
SR No.010423
Book TitleMultan Digambar Jain Samaj Itihas ke Alok me
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherMultan Digambar Jain Samaj
Publication Year
Total Pages257
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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