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________________ श्री सुभाषकुमारजी श्री गणेशदासजी के पाचवे पुत्र हैं । बहुत प्रतिभाशाली एवं कर्मठ कार्यकर्ता हैं । अपने व्यवसाय को बढाने मे आपका बहुत योग रहा है जिससे आप प्लास्टिक के व्यवसाय मे जयपुर के अग्रणी व्यापारी माने जाने लगे है । आपकी धर्मपत्नी स्नेह जैन है । आपके अतुल, शैलेश दो पुत्र है । आप अजमेरा भवन मोतीसिंह भोमियो के रास्ते मे रहते हैं । व्यवसाय - घनश्यामदास गणेशदास कटला पुरोहितजी मे आप अपने परिवार के साथ व्यवसाय करते हैं । श्री हीरानन्द सिंगवी श्री हीरानन्द जी शानूराम जी सिंगवी के सुपुत्र है । आपका जन्म मुलतान मे हुआ था । आप ज्यादा पढे लिखे न होने पर भी स्वाध्याय में रुचि होने से आपको अच्छा तत्व ज्ञान हो गया और आप अच्छे शास्त्राभ्यासी हो गये । मुलतान मे आपकी जनरल मर्चेन्ट्स की दुकान थी । अल्पावस्था मे ही आपकी धर्मपत्नी का निधन हो गया । आपके एकमात्र पुत्र श्री सुभाषचन्द जी और एक पुत्री है | आपकी सुभाष जनरल स्टोर कटला पुरोहित जी जयपुर मे हौजरी की दुकान है। श्री हीरानंद के पुत्र श्री सुभाषकुमार जी आपका जन्म श्री हीरानन्द जी के घर मुलतान मे हुआ था । पाकिस्तान बनने के वाद आपके पिताजी जयपुर आकर बस गये और आप स्कूली शिक्षा प्राप्त कर व्यवसाय मे लग गये । कर्मठ एव पुरुषार्थी होने से अपने व्यवसाय मे अच्छी प्रगति की । आपकी पत्नी का नाम शमा देवी है । आपके सजय एक पुत्र एव तीन पुत्रिया है । आप अपने पिता के साथ रहते है एव व्यवसाय करते हैं । निवास 2 ज 11 जवाहर नगर, जयपुर । श्री ठाकरदासजी सिंगवी श्री आशानन्द जी सिंगवी के जमनीदास व ठाकरदास दो पुत्र थे । जमनीदास के परिवार का परिचय दिल्ली खण्ड मे दिया गया है | ठाकरदास जी के परिवार का परिचय निम्न प्रकार है | आप डेरागाजीखान मे रहते थे और धर्मज्ञ व्यक्ति थे, आपके श्री हुकुमचन्द एव श्री महावीर दो पुत्र हैं । 142 ] मुलतान दिगम्बर जैन समाज-इतिहास के' श्रालोक में
SR No.010423
Book TitleMultan Digambar Jain Samaj Itihas ke Alok me
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherMultan Digambar Jain Samaj
Publication Year
Total Pages257
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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