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________________ । - - - - - टालेविधिफिरि उनहीपंथावैवाईदरव सनमुखांवोउँचोचदैकछुकगि ऊपरतही श्रीनेमभवनसुभम्दयशाप्रतिउतंगसे दरसुयकारीवंदन यासुरनरनारी चेरीम श्रीनेमजिनंदागराजन उदय अपरवचं दावंदतनासैसवयदंदा मिटेंसर्वक मिनकेकंदा।उत्तरमुखसोहै अविकारीसीत छविपद्मासनधारी॥२७॥निरामर्णभास्वर ननसुंदरासोहैसुरनरनमपुरंदराजाबीजन नही रजाकरिहैगमवमवसंचित अपसवर रिहरियाताजिमगह केवीचंभारी राजसती कोगुफानिहारीतामेंमरनिराजमतीकगासो हैसुंदरपरमसतीकीसफिरिजात्रीजनऊ चाचदिहाएरवदिसमुखपाठसुपदिहा धकोशफिरिऊंचावखेतांवरजिनसदनकहा वि २० फिरिचदिहैउचेजात्रीजन हर्षसहन निमीश्वरवंदन पथमैतरफूलेसवसुंदरसोहै| अनविकामंदिर २९ तहांतेवहरकिनेर कऊंचा गोरखनाथस्थानतहांपईचोकिरि निउत्तरैजाबीजनश्रुद्धकरीकैअपनेमन वचतन २२ ऊंचनीचकेईम्समिसुझावैप । - -
SR No.010419
Book TitleMahavira Vardhaman
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages1115
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size56 MB
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