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________________ ( ३१७ ) प्र. ५६६ म. स्वामी ने चातुर्मास के पश्चात् कहाँ विचरण किया था ? उ. प्रभु चातुर्मास के बाद मगध देश में विचरण करते हुए पुनः राजगृह पधारे थे । प्र. ६०० म. स्वामी की धर्म सभा में कौन आये थे ? कालोदयी आदि परिव्राजक । उ. उ. प्र. ६०१ म. स्वामी से कालोदयी ने किस विषय में चर्चा की थी । उ. पंचास्तिकाय के विषय में । प्र. ६०२ म. स्वामी से यथार्थ उत्तर पाकर कालोदयी ने क्या किया था ? विविध प्रश्नों का यथाथ उत्तर पाकर प्रभु के प्रति उसकी श्रद्धा हो गई । कालोदयी दीक्षा लेकर प्रभु का शिष्य वन गया । ११ अंगों का गहन अध्ययन कर तत्त्वज्ञान का कुशल ज्ञाता. बन गया । प्र. ६०३ म. स्वामी राजगृह से विहार कर कहाँ पधारे थे ? उ. नालंदा । प्र. ६०४ म. स्वामी नालदा में कहाँ विराजे थे ?
SR No.010409
Book TitleMahavira Jivan Bodhini
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGirishchandra Maharaj, Jigneshmuni
PublisherCalcutta Punjab Jain Sabha
Publication Year1985
Total Pages381
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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