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________________ ( ३१४ ) प्र. ५८२ म. स्वामी से किसने प्रश्न पूछकर समाधान प्राप्त किया ? उ. पाश्वपत्य गांगेय अरणगार ने । प्र. ५८३ म. स्वामी से गांगेय अणगार ने किस प्रकार के प्रश्न पूछे थे ? नरक, असुरकुमार, द्वीन्द्रियादि जीव एवं सत्असत् आदि के विषय में काफी विस्तार से प्रश्न पूछे और महाबीर द्वारा समाधान प्राप्त किया । 4 उ. प्र. ५८४ म. स्वामी से समाधान पाकर गांगेय अरणगार ने क्या किया था ? सभी प्रश्नों का यथोचित समाधान पाकर गांगेय अरणगार विनयपूर्वक वंदना कर निकट आये और प्रभु की पंच महाव्रतिक धर्म-परंपरा में प्रविष्ट होने की उनसे स्वीकृति मांगी। प्रभु की अनुमति प्राप्त कर गांगेय अणगार उनके धर्म-संघ में सम्मिलित हो गये । प्र. ५८५ म. स्वामी ने ३२वाँ चातुर्मास कहां किया था ? वैशाली नगर में | 3. 3. प्र. ५८६ म. स्वामी ने चातुर्मास के बाद किस ओर विहार किया था ?
SR No.010409
Book TitleMahavira Jivan Bodhini
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGirishchandra Maharaj, Jigneshmuni
PublisherCalcutta Punjab Jain Sabha
Publication Year1985
Total Pages381
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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