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________________ ( ३०५ ) उ. प्र. ५४० केशी श्रमण और गौतम गणधर का परिसंवाद कहाँ हुआ था ? . उ. तिन्दुक उद्यान में । प्र. ५४१ परिसंवाद के अंत में केशी श्रमण ने क्या: किया था? केशी श्रमरण अपनी जिज्ञासा और शंकाओं: का समाधान पाकर अत्यन्त प्रसन्न हुए ।। श्रद्धा और भावना के साथ उन्होंने गौतम को: वंदना की और महावीर के धर्म-संघ मे, सम्मिलित होने की भावना प्रकट की। गौतम : ने उन्हें महवीर के संघ में सम्मिलित किया । प्र. ५४२ म. स्वामी श्रावस्ती से विहार कर कहां पधारे थे ? उ. पांचाल देश-अहिच्छत्रा होते हुए हस्तिनापुरा. पधारे थे। प्रे. ५४३ म. स्वामी हस्तिनापुर में कहाँ विराजे थे?: , उ. सहस्राम्र वन में। प्र. ५४४ हस्तिनापुर के राजा कौन थे ? उ. . शिव राजा। प्र. ५४५ शिव राजा ने क्या किया था ?
SR No.010409
Book TitleMahavira Jivan Bodhini
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGirishchandra Maharaj, Jigneshmuni
PublisherCalcutta Punjab Jain Sabha
Publication Year1985
Total Pages381
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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