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________________ ( २८१ ) स्थिति से परिचित थे। उन्होंने कुछ भी उत्तर . नहीं दिया। जमालि ने तीन बार अपना आग्रह दुहराया, पर महावीर मौन रहे। प्र. ४४५ म. स्वामी के मौन रहने पर जमालि ने क्या किया था? जमालि ने महावीर के मौन के कारण पर चिन्तन नहीं किया। वह भगवान के मौन की स्पष्टत: अवगणना कर अपने ५०० शिष्यों के साथ स्वतंत्र विचरण करने लगा। प्र. ४४६ जमालि का और किसने अतुगमन किया था ? उ. प्रियदर्शना श्रमणीने । प्र. ४४७ प्रियदर्शना ने उसका अनुगमन क्यों किया था ? उ. जमालि के प्रति अनुरागवश । प्र. ४४८ प्रियदर्शना कितनी श्रमणियों के साथ अलग . हुई थी? उ. . एक हजार श्रमणियों के साथ । प्र. ४४६ म. स्वामो ब्राह्मण कुण्ड से विहार कर कहाँ पधारे थे ? २. . बत्सदेश में।
SR No.010409
Book TitleMahavira Jivan Bodhini
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGirishchandra Maharaj, Jigneshmuni
PublisherCalcutta Punjab Jain Sabha
Publication Year1985
Total Pages381
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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